विकिस्रोत:आज का पाठ/९ अगस्त
वामन शिवराम आपटे का जीवन परिचय महावीर प्रसाद द्विवेदी द्वारा रचित निबंध-संग्रह कोविद-कीर्तन में संकलित है जिसका प्रकाशन १९२७ ई॰ में इंडियन प्रेस लिमिटेड, प्रयाग द्वारा किया गया।
"१८८५ से १८९२ ईसवी तक वामनराव ने "फ़र्गुसन-कालेज" की प्रधानाध्यक्षता बड़ी ही दक्षता से निबाही। उनके प्रयत्न से कालेज की अधिकाधिक उन्नति होती गई। उनकी शिक्षण-पद्धति बहुत ही प्रशंसनीय थी। उनसे उनके छात्र सदा प्रसन्न रहते थे। विशेषतः जब वे संस्कृत के काव्यों और नाटकों की मीमांसा करने लगते थे तब उनके विवेचन से उनके विद्यार्थियों को पराकाष्ठा का आनन्द होता था और विवेचित विषय उनके हृत्पटल में तत्काल अङ्कित सा हो जाता था।
इस प्रकार १२ वर्ष-पर्यन्त अपनी अपूर्व अध्यापन-शक्ति से महाराष्ट्र-देश को उत्तम शिक्षा प्रदान करके अकाल ही में वामनराव ने परलोक के लिए प्रस्थान कर दिया। ९ अगस्त १८९२ को, अर्थात् केवल ३४ वर्ष के वय में, वे अल्पायु हो गये। महाराष्ट्र-देश का एक अलौकिक रत्न खो गया। संस्कृत का अनन्यभक्त सर्वदा के लिए तिरोहित हो गया।..."(पूरा पढ़ें)