विकिस्रोत:आज का पाठ विकिस्रोत के मुखपृष्ठ के इसी नाम के अनुभाग से संबंधित नीति पृष्ठ है। इस अनुभाग में प्रदर्शित होने के लिए किसी पाठ को निश्चित तिथि से ७ दिन से पूर्व नामांकित किया जाना चाहिए। किसी विशेष स्थिति में भी चौपाल पर १ दिन पूर्व सदस्यों से नामांकन के लिए सहमति प्राप्त की जानी चाहिए। जो स्वीकृत पाठ नए हों परंतु दिन विशेष से संबंधित न हों, उन्हें दिन से संबंधित पाठ मिलने पर अगले दिन के आज के पाठ के लिए स्वीकृत मानना चाहिए। दिन से संबंधित नए पाठ को सबसे अधिक महत्व दिया जाना चाहिए।

इस अनुभाग में क्या प्रदर्शित हो सकता है?

सम्पादन

इस अनुभाग में किसी पुस्तक का परापूर्ण अध्याय या बहुत छोटी पुस्तक या पाठ जो ५ से ५० पृष्ठ के बीच का हो प्रदर्शित किए जा सकते हैं। ये दो तरह की हो सकती हैं––

  1. दिन से संबंधित कहानी, कविता, निबंध, भाषण, आलोचना, आलेख, पाठ अध्याय आदि। जैसे रक्षाबंधन के दिन रक्षाबंधन से संबंधित किसी भी तरह के पाठ को नामांकित किया जा सकता है।
  2. नया पाठ या अध्याय जो पिछले ७ दिनों में प्रमाणित या परापूर्ण हुआ हो।

इसमें क्या नहीं प्रदर्शित हो सकता है?

सम्पादन

इस अनुभाग में किसी पाठ या पुस्तक को प्रदर्शित नहीं किया जाएगा यदि:

  1. जो पाठ पूर्णतः परापूर्ण और प्रमाणित नहीं हुए हों।
  2. ५० पृष्ठ से अधिक बड़ी पुस्तक। इन्हें सप्ताह की पुस्तक के लिए नामांकित किया जाना चाहिए।

प्रबंधक निर्देश

सम्पादन
  • किसी नामांकित पाठ पर किसी अन्य सदस्य का समर्थन प्राप्त होने पर कोई प्रबंधक उसे आज का पाठ के लिए निर्वाचित स्वीकृत कर सकता है।
  • स्वीकृत पाठ से संबंधित अनुभाग पृष्ठ [[विकिस्रोत:आज का पाठ-(तिथि) (माह)]] स्वरूप में बनाना चाहिए जहाँ तिथि माह आदि पाठ प्रदर्शित होने की तिथि के अनुरूप होंगी। उदाहरणस्वरूप २४ सितम्बर २०२० के लिए [[विकिस्रोत:आज का पाठ-२४ सितम्बर]] नामक पृष्ठ

बनाया गया है।

नामांकन सुझाव

सम्पादन

३ अगस्त को रक्षाबंधन है, इस अवसर पर रक्षा बंधन पुस्तक की कहानी २०—रक्षा-बन्धन को नामांकित है जा रहा है। सदस्यों द्वारा पाठ के संबंध में किसी भी तरह का सुझाव या टिप्पणी आमंत्रित है। -- अम्बिका साव(📋🖊️) १०:२८, २ अगस्त २०२० (UTC)[उत्तर दें]

पाठ प्रमाणित, परापूर्ण और रक्षाबंधन के अवसर के लिए उपयुक्त है। इसे आज का लेख बनाने के लिए मेरी भी सहमति है। अनिरुद्ध कुमार (वार्ता) १४:४३, २ अगस्त २०२० (UTC)[उत्तर दें]
सर्वथा उपयुक्त पाठ है। मेरी भी सहमति है। यहाँ भी सदस्यों से अनुरोध है कि समर्थन/विरोध वाले मतदान के बजाय "आज का पाठ" के संबंध में अपना तर्क/पक्ष/विचार/मत रखें। --अजीत कुमार तिवारी (वार्ता) १४:५९, २ अगस्त २०२० (UTC)[उत्तर दें]
"आज का पाठ" बनाने के लिए मेरी भी सहमति है।-रोहित(💌) १६:३५, २ अगस्त २०२० (UTC)[उत्तर दें]
 Y पूर्ण हुआ -अनिरुद्ध कुमार (वार्ता) ०५:१६, ३ सितम्बर २०२० (UTC)[उत्तर दें]

कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर झाँकी कहानी प्रदर्शित की जानी चाहिए। --अजीत कुमार तिवारी (वार्ता) १६:४७, १० अगस्त २०२० (UTC)[उत्तर दें]

जन्माष्टमी के उत्सव पर लिखा होने के कारण यह पाठ इस अवसर के लिए उपयुक्त है साथ ही साथ यह पाठ प्रमाणित और परापूर्ण है। आज का पाठ बनाने के लिए मेरी सहमति है। --सौरभ तिवारी 05 (वार्ता) १७:०६, १० अगस्त २०२० (UTC)[उत्तर दें]
२५ अगस्त को अल्लामा 'मशरिकी' के जन्मदिन के अवसर पर उनके पाठ अल्लामा 'मशरिकी' को प्रदर्शित करना चाहिए।---रोहित(💌) ०८:५४, २० अगस्त २०२० (UTC)[उत्तर दें]
ठीक है, इसे उस दिन प्रदर्शित कर दिया जाएगा। --अजीत कुमार तिवारी (वार्ता) १३:३३, २० अगस्त २०२० (UTC)[उत्तर दें]
 Y पूर्ण हुआ- अनिरुद्ध कुमार (वार्ता) ०५:१४, ३ सितम्बर २०२० (UTC)[उत्तर दें]
१४ सितंबर के लिए भारत का संविधान/भाग १७ राजभाषा को आज का आलेख बनाना चाहिए किंतु ८ पृष्ठों का यह अध्याय अभी शोधित और प्रमाणित नहीं हुआ है। सदस्य यदि सहयोग करें तो इसे आज का पाठ बनाया जा सकता है। अनिरुद्ध कुमार (वार्ता) ०५:१८, ३ सितम्बर २०२० (UTC)[उत्तर दें]
 Y पूर्ण हुआ---रोहित(💌) ११:५०, १४ सितम्बर २०२० (UTC)[उत्तर दें]