विकिस्रोत:आज का पाठ/६ जून
रंगमंच जयशंकर प्रसाद के निबंध-संग्रह काव्य और कला तथा अन्य निबन्ध का एक अध्याय है जिसका प्रकाशन १९३९ ई॰ में भारती-भण्डार "इलाहाबाद" द्वारा किया गया था।
"भरत के नाट्य-शास्त्र में रंगशाला के निर्माण के संबंध में विस्तृत रूप से बताया गया है। जिस ढंग के नाट्य-मंदिरों का उल्लेख प्राचीन अभिलेखों में मिलता है, उस से जान पड़ता है कि पर्वतों की गुफाओं में खोद कर बनाये जाने वाले मंदिरों के ढंग पर ही नगर की रंगशालाएँ बनती थीं।..."(पूरा पढ़ें)