विकिस्रोत:आज का पाठ/२१ अगस्त
सङ्गीत प्रचार का आधुनिक काल वसंत द्वारा रचित पुस्तक संगीत विशारद का अंश है जो १९५४ ई. में हाथरस के संगीत कार्यालय द्वारा प्रकाशित किया गया था।
"श्री विष्णु दिगम्बर जी पलुस्कर—श्री विष्णु दिगम्बर जी पलुस्कर का जन्म १८७२ ईसवी में श्रावणी पूर्णिमा के दिन कुरुन्दवाड़ (बेलगाम) में हुआ। आपको सङ्गीत शिक्षा गायनाचार्य पं॰ बालकृष्ण बुवा से प्राप्त हुई। १८९६ ई॰ में आपने सङ्गीत प्रचार के हेतु भ्रमण प्रारम्भ किया। पलुस्कर जी ने अपने सुमधुर और आकर्षक सङ्गीत के द्वारा सङ्गीत प्रेमी जनता को आत्म विभोर कर दिया। ...
सन् १९२० ई॰ से पलुस्कर जी कुछ विरक्त से रहने लगे थे, अंतः १९२२ में नासिक में रामनाम आधार आश्रम आपने खोला। तबसे आपका सङ्गीत भी "रामनाम मय" हो गया। इस प्रकार सङ्गीत को पवित्र वातावरण में स्थापित करके अन्त में यह सङ्गीत का पुजारी २१ अगस्त १९३१ को मिरज में प्रभु धाम को प्रस्थान कर गया।..."(पूरा पढ़ें)