रामनाम
मोहनदास करमचंद गाँधी

अहमदाबाद - १४: नवजीवन प्रकाशन मन्दिर, पृष्ठ ८० से – ८२ तक

 



सूची

अल्लाह –के नामसे भगवानको पहचानना ३१, –यानी रामनाम, खुदा, गॉड, २५, –राम व गॉड अेकार्थक ७, –वही जो गॉड व अीश्वर है १४

अस्पताल ४१, –पर गांधीजीकी सम्मति ३०

आंतरिक शांति, प्रार्थना बिना नहीं मिलती १०

आत्मा ५१, –अमर है, शरीर नहीं २५

आयुर्वेद २६, ३६, ४२, –और कुदरती अिलाज २६, ३६

ऑपरेशन और रामनाम ४७

अिन्फेण्टाअिल पैरेलिसिस ३३

अीश्वर –अेक शक्ति है २३, –और अुसका क़ायदा २६, –का दर्शन, अपने अन्दर ३४; –का सच्चा भक्त ६८, –के अनेक नाम २५, २७, –के हज़ार नाम २७, ५३, –मनुष्य नहीं २२, –वैद्य भी है ३३

अीसा १४ अुपवास और प्रार्थना ३०

अुरळीकाचन २३, ३७-४०, ५६

कटिस्नान ३७, ६९, –बाहरी मददके रूपमें ६

किशोरलाल मशरुवाला ५४

कुदरत –के नियम ४४-४५; –के कानूनोका पालन ४७, –के साथ मेल साधकर रहना ५७

कुदरती अिलाज (अुपचार) २४-२५, २९-३०, ३५-३६, ३८-४२, ४६, –का जरूरी हिस्सा पथ्य परहेज़ ४१, –की गांधीजीकी कल्पना २४, –की हद पाँच महाभूतोंका असल अुपयोग ३६, –के दो पहलू ४०, –गरीबोके लिअे ४१, –पर गांधीजीके विचार ३१, ४०-४१, –में मसाले और पाक वगैराका स्थान ३६

कुने ३१, ४३

७३

क्रिश्चियन साअिन्टिस्ट ३४, –सायन्स ३३, ४७

क्नेअिप, फादर ४३

गणेशशास्त्री जोशी, वैद्यराज २६

गणेशजी ५५-६६; –और गरीबोंके लिअे कुदरती अिलाज ३१, –का अच्छा हिन्दू, मुसलमान और अीसाअी होनेका दावा ५३, –का अुरुळीकाचनमें बीमारोको रामनामके साथ अिलाज सुझाना ३८, –का भूतप्रेतसे डरना ३, –का सनातनी हिन्दू होनेका दावा ५३, –का विचारों पर पूरा-पूरा काबू न होना कबूल करना ४, -की 'करो या मरो' की प्रतिज्ञा ५४, –की बीमारीके विषयमें धारणा ७२, –की नश्तर लगवानेकी तैयारी अुनके मनकी दुर्बलता ४, –कुदरती अिलाजके पक्के हिमायती ३१, –पूर्णताके साधकमात्र ४, –मूर्तिपूजकोकी अुतनी ही अिज्जत करनेवाले २२, –मूर्तियोको नहीं मानते २२

गोमतीबहन ५४

चरक २६, २७, २९, ३३, ३५

जंतर-मंतर और रामनाम १६

जुस्ट ३१, ४३

तुलसीदास १९, २१, २३, २८

दीनशा मेहता, डॉ॰ ६५

दूध –गायका, खानेमें आरोग्यप्रद ४०, –मरीजोके लिअे अुपयोगी ४०, –पैदा करना कुदरती अिलाजका खास अंग ४२, –सेहतके लिअे बहुत ज़्यादा ज़रूरी ४०

धर्म ३, –मूलमे सब अेक हैं २१, –संबंधी गांधीजीका मत ३, ३८

नियम -कुदरतके ३५, ४४-४५, –ब्रह्मचर्यकी रक्षाके २३, –सफाअीके ३१, –स्वास्थ्यकी हिफाजतके ४४

निर्मलबाबू ७०, ७१

'न्यू सायन्स ऑफ हीलिंग' ३१

पंच (पाँच) महाभूत ३४, ३६, ३८, ४२, ४५

प्राकृतिक अुपचारक २९

प्रार्थना १०, ६२, ६३, –के बिना आंतरिक शांति नहीं १०, –प्रवचन ५६-६६, –में श्रद्धा रखनेवाला निराश नहीं होता ६३, –सामूहिक रूपमें ६१

पिअरे सेरेसोल ११ फेथ-हीलर ३४

फौजी ताकतका दिवालियापन १३ बच्चोके प्रति मा-बापकी जिम्मेदारी ३५

'बाक' ११

बीमारी ४०, ६२, –आ ही नही सकती, जहाँ विचार शुद्ध हो ४७, –को रोकना अिलाजसे बेहतर ३१, –तन और मनकी ३८, –रूहानी १९

ब्रह्मचर्य ५, २२, –का अर्थ जननेन्द्रिय पर काबू पाना २४, –का साधन ५, –सिद्ध करनेके अुपाय ६

भगवान –की कृपा ५९, –निराधारका आधार है १०

महादेवभाअी ४४

मानसिक अुपचार ३२

युक्ताहार ३५, ४२, –और मिताहार, ३५, ४४

रंभा, गांधीजीकी धाय ३, २८

राम –और रावण भलाअी और बुराअीके प्रतीक ५४, –कौन? १९, –गांधीजीके १८, १९, २०-२२

रामकृष्ण २८, –परमहंस (अेक अवतार) ४४

रामधुन १३, २०, ३७, ५६, –की ताकत फौजी ताकतसे अलग और कअी गुना बढी-चढी १३, –मे गैर हिन्दुओंका भाग १८

रामनाम १२, –आदमीको खुद ही अपना वैद्य या डॉक्टर बना देता है २०, –और जंतर-मंतर १६, –और विश्वास-चिकित्सा ४५, –के प्रति नौजवानोकी भावना ३२-३५, –जंतर-मंतर या जादू-टोना नहीं २९, –जैसी शांति प्रदान करनेवाली कोअी शक्ति नही ३८, –डरको भगानेवाला अमोघ मंत्र २७, –नीतिरक्षाका अुपाय ४-६, –बढियासे बढिया कुदरती दवा ३७, –में गांधीजीकी अत्यंत श्रद्धा ५०, –यकीनी अिमदाद १५, –रामबाण अिलाज २५, –शारीरिक रोगोको दूर करनेका सबसे बढिया अिलाज ३२, –सिर्फ हिन्दुओके लिअे ही नही १८

रामायण ३, ४, २८

'रिटर्न टु नेचर' ३१

लाधा महाराज ३, ४