विकिस्रोत:आज का पाठ/६ नवम्बर
बोधा रामचंद्र शुक्ल द्वारा रचित हिन्दी साहित्य का इतिहास का एक अंश है जिसके दूसरे संस्करण का प्रकाशन काशी के नागरी प्रचारिणी सभा द्वारा १९४१ ई॰ में किया गया।
"(२९) बोधा-ये राजापुर (जि० बाँदा ) के रहनेवाले सरयूपारी ब्राह्मण थे । पन्ना दरबार में इनके सबंधियों की अच्छी प्रतिष्ठा थी । उसी संबंध से ये बाल्यकाल ही में पन्ना चले गए। इनका नाम बुद्धिसेन था, पर महाराज इन्हें प्यार से 'बोधा', कहने लगे और वही नाम इनका प्रसिद्ध हो गया । भाषाकाव्य के अतिरिक्त इन्हें संस्कृत और फारसी का भी अच्छा बोध था । शिवसिंहसरोज में इनका जन्म- संवत् १८०४ दिया हुआ है। इनका कविता-काल संवत् १८३० से १८६० तक माना जा सकता है।..."(पूरा पढ़ें)