विकिस्रोत:आज का पाठ/३ मई
अग्रगामी दल रामनारायण यादवेंदु द्वारा रचित अंतर्राष्ट्रीय ज्ञानकोश का एक अंश है जिसका प्रकाशन १९४३ ई॰ में हुआ था।
"भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के त्रिपुरी-अधिवेशन (मार्च सन् १९३९) के बाद जब कांग्रेसी नेताओं के नीति-संबंधी आंतरिक झगड़ों के कारण कांग्रेस के राष्ट्रपति श्री सुभाषचंद्र बोस ने राष्ट्रपतित्व से त्याग-पत्र [ १४ ]देदिया तब उन्होने ३ मई १९३९ को कांग्रेस के अन्तर्गत अग्रगामी दल बनाने की घोषणा की। अपने कलकत्ते के भाषण में उन्होने कहा कि इस दल का उद्देश्य उन लोगों को एकत्र करना है जो कांग्रेस की समझौतावाली नरम नीति एव साम्राज्यवाद के विरोधी हैं। "यह दल कांग्रेस का अंग रहेगा, उसके वर्तमान विधान, लक्ष्य, नीति और कार्यक्रम की मानेगा, महात्मा गांधी के व्यक्तित्व का सम्मान करेगा और उनके अंहिंसात्मक असहयोग के राजनीतिक सिद्धांत मे पूर्ण विश्वास रखेगा।..."(पूरा पढ़ें)