विकिस्रोत:आज का पाठ/१८ दिसम्बर
37 महाराज जसवंत सिंह व अजीत सिंह दुर्गादास का त्याग जेम्स टॉड द्वारा रचित राजस्थान का इतिहास १ का एक अंश है जिसका प्रकाशन जयपुर के साहित्यागार द्वारा २००८ ई॰ में किया गया।
"जसवन्त सिंह की विधवा रानी अभी तक काबुल में थी। उसके साथ बहुत से राठौड़ सैनिक और शूरवीर सरदार थे। समय पर उससे एक पुत्र पैदा हुआ। अजीत उसका नाम रखा गया। कुछ समय के बाद जब रानी वहाँ से आने के योग्य हो सकी तो राठौड़ सरदार अपने साथ के सब लोगों को लेकर काबुल से मारवाड़ की तरफ रवाना हुए। उन सब के दिल्ली में पहुँचते ही औरंगजेब ने राठौड़ सरदारों को आगे न जाने दिया और उसने उनको दिल्ली में ही रोक लिया। उसने शिशु अजीत को सरदारों से लेने का प्रयत्न किया।..."(पूरा पढ़ें)