विकिस्रोत:आज का पाठ/१८ अगस्त
अग्रगामी दल रामनारायण यादवेंदु द्वारा १९४३ ई॰ में लिखे गए अंतर्राष्ट्रीय ज्ञानकोश में संकलित पारिभाषिक पद है जो सुभाषचंद्र बोस द्वारा बनाए गए दल तथा उसके भारतीय स्वाधीनता संघर्ष में योगदान का परिचय कराता है।
"भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के त्रिपुरी-अधिवेशन (मार्च सन् १९३९) के बाद जब कांग्रेसी नेताओं के नीति-संबंधी आंतरिक झगड़ों के कारण कांग्रेस के राष्ट्रपति श्री सुभाषचंद्र बोस ने राष्ट्रपतित्व से त्याग-पत्र देदिया तब उन्होने ३ मई १९३९ को काग्रेस के अन्तर्गत अग्रगामी दल बनाने की घोषणा की। अपने कलकत्ते के भाषण में उन्होने कहा कि इस दल का उद्देश्य उन लोगो को एकत्र करना है जो काग्रेस की समझौतावाली नरम नीति एव साम्राज्यवाद के विरोधी हैं। "यह दल कांग्रेस का अग रहेगा, उसके वर्तमान विधान, लक्ष्य, नीति और कार्यक्रम की मानेगा, महात्मा गांधी के व्यक्तित्व का सम्मान करेगा और उनके अंहिसात्मक असहयोग के राजनीतिक सिद्धात मे पूर्ण विश्वास रखेगा।" जून १९३९ के अन्तिम सप्ताह मे अग्रगामी दल का प्रथम सम्मेलन हुआ और उसमे उसका कार्यक्रम निर्धारित किया गया।..."(पूरा पढ़ें)