विकिस्रोत:आज का पाठ/१० जुलाई
क्रिया-विशेषण कामताप्रसाद गुरु द्वारा रचित पुस्तक हिंदी व्याकरण का एक अंश है। इस पुस्तक का प्रकाशन १९२७ ई॰ में इंडियन प्रेस, लिमिटेड, प्रयाग द्वारा किया गया था।
"जिस अव्यय से क्रिया की कोई विशेषता जानी जाती है उसे क्रिया-विशेषण कहते हैं, जैसे, यहाँ, वहाँ, जल्दी, धीरे, अभी, बहुत, कम, इत्यादि।
[सूचना-"विशेषता" शब्द से स्थान, काल, रीति और परिमाण का अभिप्राय है।]
(१) क्रिया-विशेषण को अव्यय (अविकारी) कहने में दो शंकाएँ हो सकती हैं—(क) कुछ विभक्त्यंत शब्दों का प्रयोग क्रिया-विशेषण के समान होता है; जैसे, "अंत में", "इतने पर", "ध्यान से", "रात को" इत्यादि। (ख) कई एक क्रिया-विशेषणों में विभक्तियों के द्वारा रूपांतर होता है, जैसे, "यहाँ का", "कब से", "आगे को", "किधर से" इत्यादि।..."(पूरा पढ़ें)