रेवातट (पृथ्वीराज-रासो)/परिशिष्ट/९. शुद्धिपत्र भाग १

रेवातट (पृथ्वीराज-रासो)
चंद वरदाई, संपादक विपिन बिहारी त्रिवेदी

हिंदी विभाग लखनऊ विश्वविद्यालय, पृष्ठ ४६७ से – ४६८ तक

 

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पृष्ठ पंक्ति शुद्ध शुद्धि-पत्र (भाग १ ) शुद्ध २ १४ डपोरशंख ढपोरशंख ४ १० पांड्या पंड्या १३ २४ देवगिरि शशित्रुता "" ३० पूर्वक पूर्वक ३ यामंग स्यामंग २६ ५ अनुसाशन अनुशासन ३३ w ३२ परन परन्तु ३६ १७ डुककर डुककर ३७ ३१ शुष ४० یا काव्य काव्य ४६ ३१ चाठ ४ ७ शिव हरि ५३ २० बन्दी बन्दी २१ बन्दी बन्दी " ६४ ४ र सूर ६६ श्रतविय श्रुतबिय १६ 33 नहीं ૧૭ ८ विस्तरिथ नहीं विस्तरिय ६६ २१ काव्यों काव्यों ७१ १२ तिनै ति ८० १६ बग्ग षरग ८१ ५ पृष्ठभूमि पृष्ठभूमि द ४ वन ६० २ फिरयौ किरचौ ६२ २ भिंगुरन झिंगुरन १०० २४ घुम्निय घुम्मिय १०६ २ पांड्या १०८ २८८ श्यामलदान ११७ १६ चर्च पंड्या श्यामलदास चर्चा ________________

( २३० ) पृष्ठ पंक्ति अशुद्ध शुद्ध ११८८ १ निराकारण निराकरण १२० ३० पांड्या पंड्या १२३ २ पण्वर पम्पर १२५ २८ मंतित्र १३७ ७ ह १४२ ६ संस्कृत - विजय के- चरिउ मंतिण संस्कृत के विजय के - चरिउ " ह כל और कहा और - कहा १० के - रासो के - रासो "" १० रास - विलास - रास, - विलास ११ "3 और रूपक और - रूपक ३० जिणत्वथ जिवत्थ " १४३ १० अप्पर्ने अपनें १४५ ३० सर्ग ८ सर्ग ८, शङ्करदिग्विजय १५.५. १३ भा भी १६५ १६ ऐसे ऐली १७० २ आव आयो १७४ विवाह विवाह १७६ २२ कान्तति कान्तेति १८५ २६ स्वी स्त्री १८६ '४ मर्श स्पर्श

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२७ Tra ३३ - १६ 33 १६७ ११ नामावर गाढ - १६ श्रीमद्भागवत् नामवर १६६ १ वे २०१ ३० १६०३४ १६०३-४ २०२ १ प्रतिहारों के सूर्यवंशी उनके सूर्यवंशी २०८ ३ जबलपुर जबलपुर ) २२० १३ पु पुत्र २२१ ११ क के २२४ ३० श्यामलदान श्यामलदास