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[ आवरण-पृष्ठ ]

दो बहनें

[ आवरण-पृष्ठ ]
रवीन्द्रनाथ ठाकुर
 
दो बहनें
 

श्रीहजारीप्रसाद द्विवेदी द्वारा अनूदित

 
 

विश्वभारती ग्रन्थालय

६-३ द्वारकानाथ ठाकुर लेन

कलकत्ता ७

[ प्रकाशक ]
प्रथम बँगला संस्करण : १९३३

हिन्दी अनुवाद 'विश्वभारती पत्रिका' : १९४६

हिन्दी अनुवाद पुस्तकाकार : १९५२








प्राप्तिस्थान

विश्वभारती ग्रन्थालय

६-३ द्वारकानाथ ठाकुर लेन, कलकत्ता ७

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उत्सर्ग


श्रीयुक्त राजशेखर बसु के
कर-कमलों में

यह कार्य भारत में सार्वजनिक डोमेन है क्योंकि यह भारत में निर्मित हुआ है और इसकी कॉपीराइट की अवधि समाप्त हो चुकी है। भारत के कॉपीराइट अधिनियम, 1957 के अनुसार लेखक की मृत्यु के पश्चात् के वर्ष (अर्थात् वर्ष 2024 के अनुसार, 1 जनवरी 1964 से पूर्व के) से गणना करके साठ वर्ष पूर्ण होने पर सभी दस्तावेज सार्वजनिक प्रभावक्षेत्र में आ जाते हैं।


यह कार्य संयुक्त राज्य अमेरिका में भी सार्वजनिक डोमेन में है क्योंकि यह भारत में 1996 में सार्वजनिक प्रभावक्षेत्र में आया था और संयुक्त राज्य अमेरिका में इसका कोई कॉपीराइट पंजीकरण नहीं है (यह भारत के वर्ष 1928 में बर्न समझौते में शामिल होने और 17 यूएससी 104ए की महत्त्वपूर्ण तिथि जनवरी 1, 1996 का संयुक्त प्रभाव है।