अंतर्राष्ट्रीय ज्ञानकोश/एटली, मेजर क्लेमेट रिचार्ड

अन्तर्राष्ट्रीय ज्ञानकोश
रामनारायण यादवेंदु

पृष्ठ ६४ से – ६५ तक

 

एटली, मेजर क्लेमेट रिचार्ड। ब्रिटेन के पुराने मज़दूर नेता। सन्

१८८३ में इनका जन्म हुआ था। हेलीवरी तथा यूनिवर्सिटी कालिज आक्सफर्ड में इन्होने शिक्षा प्राप्त की। सन् १९०५ में वकालत शुरू की। इनकी प्रवृत्ति समाजवाद की ओर थी। सन् १९१३ में यह लन्दन के अर्थशास्त्र के स्कूल में अध्यापक होगये। सन् १९१४-१८ के युद्ध मे भाग लिया और मेजर की पदवी प्राप्त की। सन् १९१६ में स्टेमनी के सर्वप्रथम मज़दूरदली मेयर

चुने गये। सन् १९२७-३० में भारतीय रायल कमीशन--साइमन कमीशन--के सदस्य थे। सन् १९३०-३१ में डची ऑफ् लैकास्टर के चान्सलर रहे और सन् १९३१ में पोस्ट मास्टर जनरल हुए। सन् १९३१ से वह म़जदूर-दल के उपनेता रहे। सन् १९३५ में जब मज़दूर-दव के नेता जॉर्ज लेसबरी की मृत्यु हो गई, तब वह उसके नेता चुने गये। कई

वर्षों तक पार्लमेंट में विरोधी-दल के नेता रहने के बाद आज मेजर मज़दूर-दल की ओर से ब्रिटिश मंत्रि-मणडल में चर्चिल के नायब यानी सहकारी प्रधान-मंत्री (Deputy Prime Minister) हैं। राजनीतिक दृष्टि से मेजर एटली मज़दूर-दल के वाम तथा दक्षिणा पक्ष के मध्य मे रहते है। आपने चर्चिल के स्वर में स्वर मिलाकर कहा है कि अटलाटिक चार्टर का लाभ भारत को नही मिलना चाहिए।