अंतर्राष्ट्रीय ज्ञानकोश/आलैण्ड द्वीप-समूह

अन्तर्राष्ट्रीय ज्ञानकोश
रामनारायण यादवेंदु

पृष्ठ ५० से – ५१ तक

 

आलैण्ड द्वीप-समूह--यह द्वीप-समूह बाल्टिक सागर मे स्वीडन और फिनलैण्ड के मध्य में है। क्षेत्रफल ५७६ वर्गमील और जनसंख्या २७,००० है। यह द्वीप सामरिक महत्व रखते हैं। यदि इनमें किलेबन्दी कर दी जाय, तो इनका प्रयोग रूस, फिनलैण्ड और स्वीडन पर आक्रमण करने के लिए किया जा सकता है। जिसके अधीन यह द्वीप होंगे वह स्वीडन और जर्मनी के व्यापार मे भी बाधा डाल सकता है। इनमे स्वीडिश जनता रहती है, परन्तु प्राचीन काल से यह द्वीप फिनलैण्ड के पास हैं। सन् १८०६ में वह फिनलैण्ड के साथ रूस के पास चले गये। सन् १८५६ मे, क्रीमियन-युद्ध के बाद, स्वीडन की प्रार्थना पर, रूस ने इन द्वीपो में किलेबन्दी नहीं की। सन् १९१७ में रूसी राज्यक्रान्ति के बाद जन-मत लेने पर यही निश्चय हुआ कि यह द्वीप स्वीडन को दे दिये जायॅ। फरवरी १९१८ में स्वीडन की सेना द्वीपो में प्रविष्ट हुई। परन्तु जब जर्मन-सेना ने उन पर अधिकार जमा लिया तब स्वीडन की सेना वापस आ गई। नवम्बर १९१८ मे जर्मन-सेना वापस आ गई। अब स्वीडन और फिनलैण्ड में, इन द्वीपो के आधिपत्य के संबंध में, संर्घष शुरू हो गया। सन् १९२१ मे राष्ट्र-संघ ने यह निर्णय किया कि यह द्वीप फिनलैण्ड को दे दिये जायॅ, परन्तु उन्हे स्वायत्त-शासन दे दिया जाय और

नि:शस्त्र कर दिया जाय। इन द्वीपो की राजभाषा स्वीडिश है, और सन् १९२१ से यह स्वराज्य भोग रहे है। सन् १९३८ में स्वीडन और फिनलैण्ड ने यह तय किया कि इन द्वीपो मे क़िलेबन्दी की जाय। परन्तु इस कार्य में रूस ने बाधा डाल दी।