लेखक:रांगेय राघव
उपन्यास
सम्पादन- घरौदा
- विषाद मठ
- मुरदों का टीला
- सीधा साधा रास्ता
- हुजूर
- चीवर
- प्रतिदान
- अँधेरे के जुगनू
- काका
- उबाल
- पराया
- देवकी का बेटा
- यशोधरा जीत गई
- लोई का ताना
- रत्ना की बात
- भारती का सपूत
- आँधी की नावें
- अँधेरे की भूख
- बोलते खंडहर
- कब तक पुकारूँ
- पक्षी और आकाश
- बौने और घायल फूल
- लखिमा की आँखें
- राई और पर्वत
- बंदूक और बीन
- राह न रुकी
- जब आवेगी काली घटा
- धूनी का धुआँ
- छोटी सी बात
- पथ का पाप
- मेरी भव बाधा हरो
- धरती मेरा घर
- आग की प्यास
- कल्पना
- प्रोफेसर
- दायरे
- पतझर
- आखीरी आवाज़
कहानी
सम्पादन- साम्राज्य का वैभव
- देवदासी
- समुद्र के फेन
- अधूरी मूरत
- जीवन के दाने
- अंगारे न बुझे
- ऐयाश मुरदे
- इन्सान पैदा हुआ
- पाँच गधे
- एक छोड़ एक
आलोचना
सम्पादन- भारतीय पुनर्जागरण की भूमिका
- भारतीय संत परंपरा और समाज
- संगम और संघर्ष
- प्राचीन भारतीय परंपरा और इतिहास
- प्रगतिशील साहित्य के मानदंड
- समीक्षा और आदर्श
- काव्य यथार्थ और प्रगति
- काव्य कला और शास्त्र
- महाकाव्य विवेचन
- तुलसी का कला शिल्प
- आधुनिक हिंदी कविता में प्रेम और शृंगार
- आधुनिक हिंदी कविता में विषय और शैली
- गोरखनाथ और उनका युग