रघुवंश  (1923) 
कालिदास, अनुवादक महावीरप्रसाद द्विवेदी

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रघुवंश











-महावीरप्रसाद द्विवेदी

महाकवि-कालिदास-प्रणीत

रघुवंश

का

हिन्दी-गद्य में भावार्थ-बोधक अनुवाद


रचयिता

महावीरप्रसाद द्विवेदी


प्रकाशक

इंडियन प्रेस, लिमिटेड, इलाहाबाद

१९२३

द्वितीय बार]
[मूल्य ३)
सर्वाधिकार रक्षित
Published by
Kali Kinker Mittra,
at The Indian Press, Ltd.,
Allahabad.














Printed by

Bishweshwar Prasa

at The Indian Press,

Benares-Branch.

समर्पण।

अनेक अनुपम गुणों के आधार,

रियासत कुर्री सदौली (ज़िला रायबरेली) के

तअल्लुकेदार,

श्रीमान् माननीय राजा रामपालसिंहजी,

सी. आई. ई.

को

सादर और सानुराग

समर्पित।

सर्ग-सूची
सर्ग
पृष्ठ
विषय

१-सन्तान-प्राप्ति के लिए राजा दिलीप का वशिष्ठ के आश्रम

को जाना
...
...
...

२-नन्दिनी सेराजा दिलीप का वर पाना... ... ... १७

३-रघु का जन्म और राज्याभिषेक ... ... ....३२

४-रघु का दिग्विजय ... ... ...४७

५-अज का जन्म और इन्दुमती के स्वयंवर में जाना ...६३

६-इन्दुमती का स्वयंवर ... ... ...८१

७---इन्दुमती से अज का विवाह ... ... ...१००

८-अज का विलाप ... ... ...११६

९-दशरथ का राज्यशासन, वसन्तोत्सव और आखेट ...१३४

१०-रामचन्द्र आदि चारों भाइयों का जन्म ... ... ...१५२

११-परशुराम का पराभव ... ... ... १६४

१२-रावण का वध ... ... ... १८१

१३-रामचन्द्र का अयोध्या को लौटना ... ... ...१९८

१४-सीता का परित्याग ... ... ... २१२

१५-रामचन्द्र का स्वर्गारोहण ... ... ... २३०

१६- कुश की राज्यप्राप्ति, अयोध्या का फिर से बसना,ग्रीष्म का आगमन और जल-विहार आदि ... ... २४५

१७-राजा अतिथि का वृत्तान्त ... ... २६१

१८-अतिथि के उत्तरवर्ती राजाओं की वंशावली ... ... २७५

१९-अग्निवर्ण का भ्राख्यान ... ... ... २८५

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