मिजोरम विश्वविद्यालय एम.ए. हिंदी पाठ्यक्रम/हिंदी साहित्य का इतिहास (काव्य)

पाठ्यक्रम एम.ए. हिंदी मिजोरम विश्वविद्यालय
हिंदी विभाग मिजोरम विश्वविद्यालय

आइजोल: मिजोरम विश्वविद्यालय, पृष्ठ ६

 

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प्रथम सेमेस्टर

HIN/Mj/500 हिंदी साहित्य का इतिहास ( काव्य ) क्रेडिट- 3

इस पत्र के अध्ययन के उपरांत विद्यार्थी : i. इतिहास-दर्शन और साहित्येतिहास की अवधारणा एवं उपयोगिता से परिचित हो सकेंगे।

ii. हिंदी साहित्य के इतिहास की रूपरेखा, इतिहास लेखन की परंपरा, काल-विभाजन, सीमांकन एवं नामकरण आदि की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।

iii. हिंदी साहित्य ( काव्य ) के आदिकाल से लेकर आधुनिक काल तक के विभिन्न कालखंडों की पृष्ठभूमि, नामकरण, प्रवृत्तियों एवं विविध साहित्य रूपों से परिचित हो सकेंगे।

iv. आधुनिकता की अवधारणा तथा आधुनिकीकरण की प्रक्रिया से परिचित हो सकेंगे।

V. हिंदी साहित्य में आधुनिकता के आरंभ के संबंध में ज्ञान हासिल कर सकेंगे।

vi. नवजागरण की अवधारणा एवं परिस्थितियों से परिचित हो सकेंगे।

vii. आदिकाल से लेकर समकालीन हिंदी कविता की विशिष्टताओं को रेखांकित करते हुए अब तक की हिंदी कविता बदलते स्वरूप की पहचान कर सकेंगे।

इकाई 1. इतिहास-दर्शन और साहित्येतिहास, हिन्दी साहित्य के इतिहास-लेखन की परंपरा, आदिकालः पृष्ठभूमि, नामकरण, प्रवृत्तियाँ, साहित्य की विविध धाराएँ (सिद्ध, नाथ, जैन, रासो, लौकिक साहित्य)

इकाई 2. भक्ति आंदोलन, भक्ति काव्य की प्रवृत्तियाँ, भक्तिकालीन विभिन्न काव्य धाराएँ: निर्गुण काव्यधारा, सगुण काव्यधारा, रीतिकालः पृष्ठभूमि, नामकरण, प्रवृत्तियाँ, विभिन्न काव्य धाराएँ (रीतिबद्ध, रीतिसिद्ध, रीतिमुक्त)

इकाई 3. आधुनिकता की अवधारणा, हिन्दी साहित्य में आधुनिकता का प्रारम्भ, हिन्दी नवजागरण, भारतेन्दु युग, द्विवेदी युग, छायावाद, प्रगतिवाद, प्रयोगवाद, नई कविता, समकालीन कविता

सहायक ग्रंथः

1. इतिहास क्या है? - ई. एच. कार, मैकमिलन प्रकाशन, दिल्ली

2. इतिहास के बारे में - लाल बहादुर वर्मा, इतिहास बोध प्रकाशन, इलाहाबाद

3. साहित्य का इतिहास दर्शन - नलिन विलोचन शर्मा, बिहार राष्ट्रभाषा परिषद, पटना

4. साहित्य और इतिहास - दृष्टि मैनेजर पांडेय, राजकमल प्रकाशन, नई दिल्ली

5. इतिहास और आलोचना - नामवर सिंह, राजकमल प्रकाशन, नई दिल्ली

6. हिन्दी साहित्य का इतिहास - आचार्य रामचन्द्र शुक्ल, नागरी प्रचारिणी सभा, वाराणसी

7. हिन्दी साहित्य का आदिकाल - आचार्य हजारीप्रसाद द्विवेदी, बिहार राष्ट्रभाषा परिषद, पटना

8. हिन्दी साहित्य उद्भव और विकास - आचार्य हजारीप्रसाद द्विवेदी, राजकमल प्रकाशन, नई दिल्ली

9. हिन्दी साहित्य की भूमिका - आचार्य हजारीप्रसाद द्विवेदी, राजकमल प्रकाशन, नई दिल्ली

10. हिन्दी साहित्य और संवेदना का विकास रामस्वरूप चतुर्वेदी, लोकभारती प्रकाशन, इलाहाबाद

11. हिन्दी साहित्य का दूसरा इतिहास - बच्चन सिंह, राधाकृष्ण प्रकाशन, दिल्ली

12. हिन्दी साहित्य का अतीत- विश्वनाथ प्रसाद मिश्र, वाणी प्रकाशन, दिल्ली

13. परंपरा का मूल्यांकन- रामविलास शर्मा, राजकमल प्रकाशन, नई दिल्ली

14. हिन्दी साहित्यः बीसवीं शताब्दी- नंददुलारे वाजपेयी, लोकभारती प्रकाशन, इलाहाबाद

15. आधुनिक साहित्य की प्रवृत्तियाँ- नामवर सिंह, लोकभारती प्रकाशन, इलाहाबाद

16. छायावाद - नामवर सिंह, राजकमल प्रकाशन, नई दिल्ली

17. कविता के नये प्रतिमान नामवर सिंह, राजकमल प्रकाशन, नई दिल्ली

18. भारतेन्दु हरिश्चन्द्र और हिन्दी नवजागरण की समस्याएँ - रामविलास शर्मा, राजकमल प्रकाशन, नई दिल्ली Page 6 of 36