पृष्ठ:Vivekananda - Jnana Yoga, Hindi.djvu/३२९

यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।
३२५
अमरत्व

झगडा करोगे? अतएव यह समझ लो कि तुम्हीं वह हो और इसी के अनुसार समस्त जीवन को बनाओ। जो व्यक्ति इस तत्व को जान- कर समस्त जीवन का उसी के अनुसार गठन करता है वह फिर कभी अन्धकार में मारा मारा नहीं फिरेगा।




________