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प्रभु यस खोट। ४ सोचता था मैं दिन और रात मेरी करे कौन नजात करे कौन गुनाह को माफ मेरा दिल कौन करे साफ ॥ ५ मेरे ऊपर ईसा ने नज़र की तब रहम से हुआ मेरा मददगार और लातरा मेरा भार ॥ ६ ईसा मेरे दिल के पार शुक्र अब हज़ार हज़ार अव से ले हमेश: को तेरे बड़े नाम पर हो। ३० तीसवां गीत । 8, 7, 4s. १ आदमी सारे गुनहगार थे बेभरोसा और लाचार ईसा उन की हालत देखके हुआ उन का मददगार ईसा पाया आदमी के बचाने का ॥