यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

१ फिहरिस्त । गीतों की फिहरिस्त । गीत पृष्ठ ... ... ... ... ११३ ... १३४ ... अपने गुनाह मैं डालता अपराध किया जब यादम ने १६६ १७० अव अंधेरा गया है १३५ १४० अब पाई है इतवार की शाम १३३ १३८ अब आया है पाराम का रोज़ १२९ १३२ अरे मन भल रहा जगमा १२० अरे हारे मन योश को जपना ११८ नाओ गुनहगारो ग्राओ ५८ याओ तुम जो दोन हीन पापी श्राओ सब पापी लोग धूल दै १४५ १५० श्रादमी सारे गुनहगार धे ३० आया हूं मसीह पास तेरे पात्रे प्रभु तेग राज पासमान के से मुकदमा प्रासमान पर माराम है और कुछ नहीं दुख... १४ १५४ भासमान बयान करते खुदा का जलाल ग्राह गलगता पर ग्रामो ... अादमी है घास का फूल .. ३० ५४ ५४ ...१८ १८