यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

१५२ गीत। १६८ एक सौ अठसठवां गीत । भजन गनक गन पूजन माये जगराई पूर्व दिशा ते पूछत अाये . नछत्र के अनुजाई । यिहुदिन के भूपाला कौने • कहां जन्म के ठाई ॥ १ जो तारा देख्यो दिग पूरब • सोइ चले अगुआई । गित भये आये जन्म यीशु जहं पाई ॥३ निरखि तारा भरि हरखाने . जिमि लोभी धन पाई। समीप आये दंडवत कीन्हा • दरशाह नैन जुड़ाई ॥ ३ ऊपर . - १६९ एक सौ उन्हत्तरवां गीत । के पास १ हज़ारों लड़के खड़े हैं खुदा के तखत गनाहों से मबरी हैं और केरते हैं सिपास गाते सना सना हा सना होवे बरे को। ITI होशना हशिना होशन्ना होवे बरे को गाते सना सना हो सना. होवे बरें को। . होशन्ना होशना हशिना हो खुदावन्द को ।