यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

१० परमेश्वर की स्तुति । १० दसवां गीत। भैरो जय प्रभु यीश जय प्रभु यीशू जय प्रभु यीश स्वामी जय जगत्राता जय सुखदाता जय जय प्रभु अनुपामो जय भयभंजन जय जनरंजन जय परन सत कामी पाप तिमिर घन नाशक तुमही धरम दिवाकर नामी कलिमल दूधन हरता तुमही संकट बट सहगामी नर तन धारि लिया अवतारा तजि सुन्दर दिवधामी दय निज प्रान उबारि लियो तुम पापिन बहु दुरकामी अस गुन तेरो कस मैं गावों छन्द प्रवन्ध न ठार्मा अटपटि टेरन जाना सुनिये पतित उधारन नामी ॥