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मृत्यु और स्वर्गलोक। १६१ २ ईसा मुनज्जो खुद कहता है श्रा खुशी कर खुशी कर घर को तू जा जल्दी तमाम सफर होगा जुरूर जल्द जाना होगा खुदा के फिर जो मसीह पर हम लाए ईमान खुश होके अपने घर जाते आसमान ॥ उस पार जा पहुंचे सेा करके निगाह खड़े हैं देखते हम लोगों को राह गाके पुकारते हैं आयो निडर खुशी कर खुशी कर आओ तुम घर गाना बजाना है वहां शीरीन सादिक लोग केड़ते हैं बरबत और बीन कैसा दिलकश है पासमानी दियार खुशी कर खुशी कर चले उस पार ॥ मौत हम को मारे तो क्या है परवा ईसा के हाथ हम सलामत सदा ईसा ने खाया है कबर का डर खुशी कर खुशी कर चले हम घर मौत का डंक टूटा जी उठा मसीह नर उस जहान का हम देखें सरीह देखेंगे अपना पासमानी मकान खुशी कर जाते घर घर है आसमान ॥