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परमेश्वर की स्तुति । ३ सब कुछ तुझ से पाया ताभी तेरा किया पाप अब मैं पापों से लजाया उस से मुझे है सन्ताप । प्रभु ईसा साधर तेरा मुझे शुद्ध कर सकता है मन पवित्र कर त मेरा करूंगा मैं तेरी जय। ४ L. M. ॥ ३ तीसरा गीत । १ यहोवाह है बरहक खुदा है खालिक सारी दुनिया का सब बुतपरस्तों के मअबद हैं बातिल होगे नेस्त नाबद कि जितने उन के बुत तमाम हैं कारीगर के हाथ के काम सिरफ धात और लकड़ी ठहरे हैं और अन्धे गूंगे बहिरे हैं ॥ ३ न बोलते वे जुबानों से न सुन्ते अपने कानों से न आंख से देखते लखते हैं कि श्राप में दम न रखते हैं ॥