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चतुर्थ सेमेस्टर HIN/Mj/650A कबीरः विशेष अध्ययन इस पत्र के अध्ययन के उपरांत विद्यार्थी : i. कबीर और उनकी कविता के गहन अध्ययन की तकनीक सीख सकेंगे। ii. Shah समय, समाज तथा उस युग की रचनाशीलता से परिचित हो सकेंगे। iii. क्रेडिट - 4 iv. V. vi. इकाई 1. इकाई 2. इकाई 3. इकाई 4. निर्गुण भक्तिधारा में कबीर के महत्व को समझने के साथ-साथ कबीर के व्यक्तित्त्व, कबीर की विभिन्न छवियों तथा हिंदी आलोचना में कबीर संबंधी विभिन्न मतों के संबंध में जानकारी हासिल कर सकेंगे। कबीर की कविता के अध्ययन की समस्याओं, कबीर की कविता के विभिन्न स्रोत और पाठ निर्धारण एवं प्रामाणिकता की समस्या से अवगत हो सकेंगे। कबीर की काव्य-संवेदना, भक्ति एवं धर्म संबंधी दृष्टि, सामाजिक दृष्टि, नारी और जाति-वर्ण संबंधी दृष्टिको जान-समझ सकेंगे। कबीर के विभिन्न पदों एवं साखियों के माध्यम से उनके कवि-व्यक्तित्त्व को बेहतर ढंग से समझ सकेंगे। सहायक ग्रंथः कबीर का समय. परिस्थितियाँ, युगबोध एवं रचनाशीलता, निर्गुण भक्तिधारा और कबीर, कबीर का व्यक्तित्व, कबीर और हिंदी आलोचना कबीर और उनकी कविता के अध्ययन की समस्याएँ, कबीर की कविता के विभिन्न स्रोत, पाठ निर्धारण एवं प्रामाणिकता की समस्या, कबीर की विभिन्न छवियाँ कबीर की काव्य संवेदना: भक्ति, सामाजिक दृष्टि, धार्मिक दृष्टि, नारी- दृष्टि, जाति-प्रश्न पाठ्य अंश पाठ्यपुस्तकः कबीर ग्रंथावली - संपादक श्यामसुंदर दास, नागरी प्रचारिणी सभा, वाराणसी पाठ्य पद संख्या - 1, 11, 16, 24, 39, 43, 44, 57, 111, 307 (कुल 10 पद) पाठ्य साखियाँ- (कुल 15 साखी) गुरुदेव कौ अंग- 03, 15, 11 सुमिरण कौ अंग- 09 बिरह कौ अंग- 03, 12, 18, 45 परचा कौ अंग- 14, 17, 35 कामी नर कौ अंग - 07, 10, 11 कस्तूरियाँ मृग कौ अंग- 01 1. कबीर ग्रंथावली - सं. श्यामसुंदर दास, नागरी प्रचारिणी सभा, वाराणसी 2. कबीर - हजारीप्रसाद द्विवेदी, राजकमल प्रकाशन, नई दिल्ली 3. कबीर : एक नयी दृष्टि रघुवंश, लोकभारती प्रकाशन, इलाहाबाद 4. कबीर के आलोचक - डॉ. धर्मवीर, वाणी प्रकाशन, दिल्ली 5. अकथ कहानी प्रेम की : कबीर की कविता और उनका समय - पुरुषोत्तम अग्रवाल, राजकमल प्रकाशन, नई दिल्ली 6. विचार का अनंत - पुरुषोत्तम अग्रवाल, राजकमल प्रकाशन, नई दिल्ली 7. जाति के प्रश्न पर कबीर - कमलेश वर्मा, फॉरवर्ड प्रेस, नई दिल्ली Page 32 of 36