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HIN/Mj/605 लघु शोध प्रबंध - क्रेडिट- 6 i. इस पत्र के अध्ययन के उपरांत विद्यार्थी : अनुसंधान की प्रक्रिया से अवगत हो सकेंगे । ii. संदर्भोल्लेख की प्रणालियों को बता सकेंगे । iii. शोध एवं प्रकाशन संबंधी आचार से अवगत हो सकेंगे। iv. V. vi. vii. बौद्धिक ईमानदारी और शोध की प्रामाणिकता संबंधी मुद्दों से परिचित हो सकेंगे। शोध-पत्र लेखन एवं प्रकाशन संबंधी तकनीकी पहलुओं का ज्ञान प्राप्त कर सकेंगे। शोध एवं प्रकाशन संबंधी कदाचार, साहित्यिक चोरी आदि से संबन्धित नियमों से परिचित हो सकेंगे। शोध प्रस्ताव निर्माण की प्रक्रिया को समझ सकेंगे। इकाई 1. अनुसंधान की प्रक्रिया - विषय चयन, सामग्री संकलन, शोध कार्य का विभाजन, रूपरेखा, शोध-भाषा, उद्धरण, पाद टिप्पणी, संदर्भों का उपयोग, संदर्भ ग्रन्थ सूची इकाई 2. शोध- आचार एवं शोध संबंधी दिशा निर्देश : (i) शोध के संबंध में बौद्धिक ईमानदारी और शोध की प्रामाणिकता (ii) शोध संबंधी कदाचार, समस्याएँ एवं निराकरण इकाई 3. शोध विषय का निर्धारण, शोध प्रस्ताव का निर्माण एवं प्रस्तुति सहायक ग्रंथ. 1. अनुसंधान की प्रक्रिया - सं. सावित्री सिन्हा व विजयेन्द्र स्नातक, नेशनल पब्लिशिग हाउस, दिल्ली 2. अनुसंधान का स्वरूप सं. सावित्री सिन्हा, नेशनल पब्लिशिंग हाउस, दिल्ली 3. अनुसंधान और आलोचना - डॉ. नगेन्द्र, नेशनल पब्लिशिग हाउस, दिल्ली 4. शोध और सिद्धांत - डॉ. नगेन्द्र, नेशनल पब्लिशिंग हाउस, दिल्ली 5. शोध कैसे करें? - पुनीत बिसारिया, अटलांटिक प्रकाशक, दिल्ली मूल्यांकन पद्धति : 1. इस पत्र का पूर्णांक 100 है, जिसमें सतत मूल्यांकन हेतु 40 अंक और सत्रांत परीक्षा हेतु 60 अंक निर्धारित हैं। 2. सतत मूल्यांकन दो चरणों में C1 एवं C 2 के आधार पर किया जाएगा। 3. इस पत्र की सत्रांत परीक्षा शोध प्रस्ताव 40 अंक और उसकी प्रस्तुति का मूल्यांकन 20 अंक के आधार पर किया जाएगा। Page 31 of 36