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HIN/Mn/603 इस पत्र के अध्ययन के उपरांत विद्यार्थी : हिंदी में रचनात्मक लेखन क्रेडिट - 2 i. रचनात्मकता के अभिप्राय को समझ सकेंगे। ii. रचनात्मक साहित्य के स्वरूप, प्रकार एवं लेखन की चुनौतियों से परिचित हो सकेंगे। iii. रचनात्मक लेखन की प्रक्रिया तथा उसके विभिन्न चरणों का ज्ञान प्राप्त कर सकेंगे। iv. V. कविता, कहानी, लघुकथा, संस्मरण, डायरी आदि विभिन्न साहित्य - विधाओं के पाठ की प्रक्रिया को समझ सकेंगे। कविता, कहानी, लघुकथा, नाटक, संस्मरण, डायरी, फीचर आदि विभिन्न साहित्य-विधाओं के लेखन की पद्धति और प्रक्रिया से अवगत हो सकेंगे। vi. कविता, कहानी आदि के लेखन अभ्यास के उपरांत रचनात्मक लेखन की दिशा की ओर प्रेरित हो सकेंगे। इकाई 1. रचनात्मकता का अभिप्राय, रचनात्मक साहित्यः स्वरूप, प्रकार एवं चुनौतियाँ इकाई 2. रचनात्मक लेखन की प्रक्रिया; कविता, कहानी, लघुकथा, नाटक, संस्मरण, डायरी, फीचर, पटकथा एवं अन्य विधाएँ: लेखन पद्धति, पाठ की पद्धति, लेखन अभ्यास सहायक ग्रंथः 1. रचनात्मक लेखन - सं. रमेश गौतम, भारतीय ज्ञानपीठ, नई दिल्ली 2. एक साहित्यिक की डायरी - मुक्तिबोध, भारतीय ज्ञानपीठ, नई दिल्ली 3. साहित्य तथा कला - मार्क्स-एंगेल्स, पीपुल्स पब्लिशिंग हाउस, दिल्ली 4. कला की ज़रूरत - अर्नाल्ड हाउज़र, राजकमल प्रकाशन, नई दिल्ली मूल्यांकन पद्धतिः 1. इस पत्र का पूर्णांक 100 है, जिसमें सतत मूल्यांकन हेतु 40 अंक और सत्रांत परीक्षा हेतु 60 अंक निर्धारित हैं। 2. सतत मूल्यांकन दो चरणों में C1 एवं C 2 के आधार पर किया जाएगा। 3. इस पत्र की सत्रांत परीक्षा की अवधि 3 घंटे निर्धारित है। 4. सत्रांत परीक्षा में प्रत्येक इकाई से दो-दो प्रश्न पूछे जाएँगे, जिनमें से एक-एक का उत्तर लिखना होगा। (2x20=40 अंक) 5. प्रत्येक इकाई से दो-दो और कुल चार टिप्पणियाँ / लेखन अभ्यास से संबंधित प्रश्न पूछे जाएँगे जिनमें से दो का उत्तर लिखना होगा । (2x10 = 20 अंक) Page 29 of 36