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तृतीय सेमेस्टर HIN/Mj/600 हिंदी कथा- साहित्य इस पत्र के अध्ययन के उपरांत विद्यार्थी : i. क्रेडिट- 3 उपन्यासकार के रूप में प्रेमचंद के महत्त्व को समझ सकेंगे तथा उनके उपन्यास 'गोदान' को विभिन्न दृष्टिकोणों विवेचित विश्लेषित कर सकेंगे। ii. भीष्म साहनी के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकेंगे तथा उनके उपन्यास 'तमस' की समीक्षा कर सकेंगे। iii. पूर्व प्रेमचंद, प्रेमचंद युग तथा प्रेमचंदोत्तर युग की कहानियों की प्रवृत्तियों से परिचित हो सकेंगे। iv. पाठ्य कहानियों का विभिन्न दृष्टिकोणों से मूल्यांकन कर सकेंगे। इकाई 1. गोदान : प्रेमचंद, राजकमल प्रकाशन, नई दिल्ली इकाई 2. इकाई 3. तमसः भीष्म साहनी, राजकमल प्रकाशन, नई दिल्ली कहानियाँ निर्धारित पाठ्य पुस्तकें : तेईस हिन्दी कहानिया - सं. जैनेन्द्र कुमार, लोकभारती प्रकाशन, इलाहाबाद एक दुनिया समानांतर - सं. राजेन्द्र यादव, राधाकृष्ण प्रकाशन, दिल्ली हिन्दी कहानी संग्रह - सं. भीष्म साहनी, साहित्य अकादमी, दिल्ली प्रतिनिधि कहानियाँ - जयशंकर प्रसाद, राजकमल प्रकाशन, दिल्ली प्रतिनिधि कहानियाँ- ज्ञानरंजन, राजकमल प्रकाशन, दिल्ली 10 प्रतिनिधि कहानियाँ - कमलेश्वर, किताबघर प्रकाशन, दिल्ली घुसपैठिए - ओमप्रकाश वाल्मीकि, राधाकृष्ण प्रकाशन, दिल्ली पाठ्य कहानियाँ : निम्नांकित में से किन्हीं पाँच कहानियों का अध्ययन करना होगा - (1) उसने कहा था - चंद्रधर शर्मा गुलेरी (3) आकाशदीप जयशंकर प्रसाद (5) चीफ़ की दावत - भीष्म साहनी (7) वापसी ऊषा प्रियंवदा (9) पिता - ज्ञानरंजन (2) कफ़न प्रेमचंद - - (4) तीसरी कसम - फणीश्वरनाथ रेणु ( 6 ) कोशी का घटवार - शेखर जोशी (8) राजा निरबंसिया कमलेश्वर (10) शवयात्रा - ओमप्रकाश वाल्मीकि सहायक ग्रंथः 1. हिंदी उपन्यास का इतिहास - गोपाल राय, राजकमल प्रकाशन, नई दिल्ली 2. हिंदी उपन्यास का विकास - मधुरेश, लोकभारती प्रकाशन, इलाहाबाद 3. प्रेमचंद और उनका युग - रामविलास शर्मा, राजकमल प्रकाशन, नई दिल्ली 4. गोदान : नया परिप्रेक्ष्य गोपाल राय, अनुपम प्रकाशन, पटना 5. कहानी: नयी कहानी - नामवर सिंह, लोकभारती प्रकाशन, इलाहाबाद 6. नयी कहानी संवेदना और स्वरूप राजेन्द्र यादव, नेशनल पब्लिशिंग हाउस, दिल्ली 7. कहानी की बात - मार्कण्डेय, लोकभारती प्रकाशन, इलाहाबाद Page 24 of 36