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HIN/Mj/552 इस पत्र के अध्ययन के उपरांत विद्यार्थी : हिंदी भाषा एवं भाषा विज्ञान क्रेडिट- 3 i. हिंदी भाषा के उद्भव और विकास प्रकिया को समझ सकेंगे । ii. हिंदी की विभिन्न बोलियों और उसके क्षेत्रों का परिचय प्राप्त करेंगे तथा भाषा और बोली के बीच संबध और अंतर को समझ सकेंगे । iii. नागरी लिपि के विकास क्रम को जान सकेंगे और उसके गुण दोष से परिचित हो सकेंगे । iv. भाषा विज्ञान के स्वरूप को समझ सकेंगे। V. vi. हिंदी के स्वर और व्यंजनों को समझ सकेंगे। वाक्य विज्ञान और अर्थ विज्ञान के परिवर्तन के कारणों को समझ सकेंगे। इकाई 1. हिंदी भाषा का विकास, भाषा और बोली का संबंध, हिंदी की बोलियाँ, देवनागरी लिपि: गुण-दोष, इकाई 2. इकाई 3. मानकीकरण भाषा विज्ञान: परिभाषा, अंग, भाषा वैज्ञानिक अध्ययन की शाखाएँ- वर्णनात्मक, ऐतिहासिक, तुलनात्मक, ध्वनि विज्ञानः ध्वनि का वर्गीकरण- स्वर और व्यंजन (i) वाक्य विज्ञान: परिभाषा, तत्व, अवयव, भेद, वाक्य परिवर्तन (ii) अर्थ विज्ञान: अर्थ की अवधारणा, अर्थ परिवर्तन के कारण और दिशाएँ सहायक ग्रंथः 1. भारतीय आर्यभाषा और हिंदी - सुनीति कुमार चटर्जी, राजकमल प्रकाशन, नई दिल्ली 2. भाषा और समाज- रामविलास शर्मा, राजकमल प्रकाशन, नई दिल्ली 3. हिंदी भाषा और देवनागरी लिपि - धीरेन्द्र वर्मा, हिन्दुस्तानी एकेडमी, इलाहाबाद 4. हिंदी भाषा का उद्म और विकास - उदय नारायण तिवारी, लोकभारती प्रकाशन, इलाहाबाद 5. हिंदी भाषा का विकास- गोपाल राय, अनुपम प्रकाशन, पटना 6. नागरी लिपि और हिंदी वर्तनी - अनंतलाल चौधरी, बिहार हिंदी ग्रंथ अकादमी, प 7. हिंदी उद्भव विकास और रूप हरदेव बाहरी, किताब महल, इलाहाबाद 8. हिंदी भाषा का इतिहास - भोलानाथ तिवारी, वाणी प्रकाशन, नई दिल्ली 9. हिंदी भाषा की संरचना - हरदेव बाहरी, वाणी प्रकाशन, नई दिल्ली 10. देवनागरी लिपि का मानकीकरण एवं वर्तनी - केन्द्रीय हिंदी निदेशालय, दिल्ली 11. भाषा विज्ञान - भोलानाथ तिवारी, किताब महल, इलाहाबाद 12. भाषा विज्ञान की भूमिका - देवेन्द्र नाथ शर्मा, अनुपम प्रकाशन, पटना 13. आधुनिक भाषा विज्ञान के सिद्धांत - रामकिशोर शर्मा, लोकभारती प्रकाशन, इलाहाबाद 14. भाषा विज्ञान एवं भाषाशास्त्र - कपिलदेव द्विवेदी, विश्वविद्यालय प्रकाशन, वाराणसी मूल्यांकन पद्धतिः 1. इस पत्र का पूर्णांक 100 है, जिसमें सतत मूल्यांकन हेतु 40 अंक और सत्रांत परीक्षा हेतु 60 अंक निर्धारित हैं। 2. सतत मूल्यांकन दो चरणों में C1 एवं C 2 के आधार पर किया जाएगा। 3. इस पत्र की सत्रांत परीक्षा की अवधि 3 घंटे निर्धारित है। 4. सत्रांत परीक्षा में प्रत्येक इकाई से दो-दो आलोचनात्मक प्रश्न पूछे जाएँगे, जिनमें से एक-एक का उत्तर लिखना होगा। (3x15=45 अंक) 5. प्रत्येक इकाई से कम-से-कम एक - एक और कुल चार टिप्पणियाँ पूछी जाएँगी, जिनमें से दो का उत्तर लिखना होगा। (2x71⁄2=15 अंक) Page 19 of 36