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प्रदर्श - 16, दुपट्टा पीडिता वस्तु प्रदर्श - 15, कुर्ता पीडिता वस्तु प्रदर्श - 16, सलवार पीडिता रंग हरा वस्तु प्रदर्श - 17, पैण्टी पीडिता वस्तु प्रदर्श-18, सलवार पीडित रंग पीला वस्तु प्रदर्श-19, सीलशुदा पैकेट वस्तु प्रदर्श - 20, सी॰डी॰ समय 39 सेकेण्ड वस्तु प्रदर्श-21, लिफाफा मेमोरी कार्ड वस्तु प्रदर्श-22, लिफाफा सी॰डी॰ विडियों दिनांकित 14.09.2020 वस्तु प्रदर्श - 23, मेमोरी कार्ड वस्तु प्रदर्श-24, सी॰डी॰ विडियों दिनांकित 14.09.2020 वस्तु प्रदर्श-25 प्रस्तुत किये गये हैं ।
12.दिनांक 03.11.2022 को अभियुक्तगण के बयान अन्तर्गत धारा 313 दं॰प्र॰सं॰ अभिलिखित किये गये ।
अभियुक्त सन्दीप सिसौदिया उर्फ चन्दू ने अपने बयान अन्तर्गत धारा 313 दं॰प्र॰सं॰ में कथन किया है कि मेरे पूरे परिवार को फंसाने के लिये पूर्व रंजिश से मनगढन्त कथानक बनाया गया है। सिखाये गये बयानों को राजनैतिक लोगों के बहकावे पर पीडिता से कहलवाया गया है। पीडिता ने सिखाने व धमकाने पर मेरे खिलाफ विडियों में बोला है। पीडिता के परिवार से हमारे परिवार की पहले मुकदमेबाजी काफी समय चली थी तथा वादी मुकदमा के परिवारीजनों के खिलाफ मेरे परिवारीजनों ने आबादी पर अतिक्रमण के सम्बन्ध में प्रशासन को शिकायत की थी, जिसकी जाँच हुई थी इसलिए मेरे परिवारजनों की वादी के परिवार से रंजिश थी परन्तु मेरे व पीडिता के पिछले दो-तीन वर्षों से प्रेम सम्बन्ध थे। मैं व पीडिता, पीडिता के भाई के फोन पर बातें भी करते थे तथा कभी घर पर, कभी खेतों पर मिलते भी थे, जिसका पता पीडिता के परिजनों को चल गया था। जिसपर पीडिता के भाई सतेन्द्र ने पीडिता की पिटाई भी लगायी थी। घटना के दिन सुबह 07:45 बजे मैं अपने घर के सामने अपने पशुओं को चारा पानी कर रहा था तो पीडिता ने अपने घर के सामने से हाथ के इशारे से मेरे फोन के बारे में पूछा था तो मैंने हाथ के इशारे से अपने फोन को अपने घर वालों द्वारा तोड दिया जाना बताया था। उस समय मैं पीडिता के घर वालों को नहीं देख पाया था परन्तु उन्होंने मुझे देख लिया था। इस बात पर पीडिता के भाई सतेन्द्र ने पीडिता को डाटा-फटकारा व पिटाई लगायी थी, जिससे पीडिता को चोट आयी थी तथा पीडिता को डरा-धमकाकर झूठा बयान दिलाया और मुझे इस प्रकरण में फंसाया है। घटना के दिन न तो मैंने पीडिता के साथ मारपीट की, न ही मैं पीडिता के निकट गया, बाद में मुकदमा वादी अपने दूर के रिश्तेदार एम.पी. राजवीर दिलेर व उसकी पुत्री मंजू दिलेर के प्रभाव से तथा बाद में सरकार विरोधी राजनैतिक दलों के प्रभाव में अधिक मुआवजा मिलने के