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38. 39. 82 9897319621 पर 10:21:47, 10:28:46, 11:10:26 पर तीन इनकमिंग कॉल्स हैं। साक्षी पी0डब्लू0 - 26 सत्य प्रकाश शुक्ला, अवर अभियन्ता, ( प्रा० ) प्रान्तीय खण्ड, लोक निर्माण विभाग हाथरस ने अपने सशपथ बयान में कथन किया है कि इस प्रकरण में सी0बी0आई0 की टीम द्वारा मेरे कार्यालय के माध्यम से मुझे नक्शा नजरी बनाने के लिये बुलवाया था। मैंने दिनांक 13.10.2020 को सी0बी0आई0 की टीम के साथ ग्राम बूलगढ़ी हाथरस में घटनास्थल का नक्शा नजरी बनाया था तथा उसे सी0बी0आई0 के विवेचक को अपने पत्र के साथ दिया था। मेरा पत्र पत्रावली पर D7 कागज संख्या 12अ / 1 के रूप में मौजूद है, जो मेरे हस्तलेख में है तथा इस पर मौजूद अपने हस्ताक्षर की शिनाख्त करता हूं। मेरे हस्ताक्षर को आज 'ए' बिन्दु से चिन्हित किया गया। इस पत्र के माध्यम से भेजा गया नक्शा नजरी पत्रावली पर कागज संख्या 12अ / 2 के रूप में मौजूद है, जो मेरे ड्राफ्टमैन / मानचित्रकार द्वारा बनाया गया (ड्रा किया गया) । यह मानचित्र हम दोनों द्वारा मिलकर बनाया गया तथा मानचित्र में दर्शाये गये बिन्दु पीड़िता की मां के द्वारा बताने पर इंगित किये गये। इस मानचित्र पर मेरे सहकर्मी मानचित्रकार मोहन खां के हस्ताक्षरों की शिनाख्त करता हूं, जो मेरे सामने किये थे, जिन्हें आज 'बी' बिन्दु से चिन्हित किया गया । मेरे हस्ताक्षरों को 'ए' बिन्दुओं से चिन्हित किया गया। मेरे पत्र एवं उसके साथ संलग्न नक्शा नजरी D7 कागज संख्या 12अ / 1 एवं 12अ / 2 पर आज संयुक्त प्रदर्शक -37 डाला गया। पी0डब्लू0-26 सत्य प्रकाश शुक्ला ने अपनी प्रतिपरीक्षा में मुख्य रूप से यह कथन किया है कि यह सही है कि प्रदर्श क-37 में पीडिता के पड़े होने बताये जाने का स्थान की नाली से दूरी अंकित नहीं की है। यह सही है कि प्रदर्श क-37 में मॉ द्वारा अपने द्वारा घास काटने वाले स्थान से पीडिता के लेटे मिलने वाले स्थान की दूरी अंकित नहीं की है। मेरे अन्दाजे से घटनास्थल से थाना चन्दपा की दूरी 1000 मीटर के आस-पास होगी। यह सही है कि मैंने अपने नक्शे में नाली की चौडाई अंकित नहीं की, अन्दाजन मेड सहित यह 01 मीटर के आस-पास होगी। निरीक्षण के समय खेत में बाजरा की फसल खड़ी थी, जो मेरे कद से ऊँची थी, लगभग साढे पाँच फुट रही होगी। खेत के स्तर से सडक का स्तर करीब डेढ़-दो फीट ऊँची रही होगी । साक्षी पी0डब्लू0 - 27 भूदेव कुशवाहा उर्फ पण्डा ने अपने सशपथ बयान में कथन किया है कि इस प्रकरण में सी0बी0आई0 विवेचक ने तीन बार मुझे बुलाकर मुझसे पूछताछ की थी व मेरा बयान दर्ज किया था। मैंने उन्हें बताया था कि बूलगढ़ी का रहने वाला सन्दीप बाल्मीकि मेरा सहपाठी था जब हम जगन्नाथ