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कि थाना चन्दपा पर मीडियाकर्मी मौजूद थे तथा कोई विडियों रिकार्डिंग कर रहे थे। वस्तु प्रदर्श–8 को देखकर गवाह ने बताया कि यह उसकी विडियों है, जो दिनांक 14.09.2020 को चन्दपा थाने में किसी ने सूट किया था। यह सही है कि इस विडियों में मैंने केवल सन्दीप का नाम लिया है। मैंने इस विडियों में पीडिता के कपडे उतरने वाली बात शर्म के मारे नहीं बतायी थी। मैंने इस विडियों में यह भी कहा है कि ऐसी कोई बात नहीं थी। गवाह ने मेमोरी कार्ड में मौजूद विडियों जिसका साईज 6.9 एम.बी. है, को देखकर गवाह ने बताया कि विडियों 14.09.2020 को थाने में रिकार्ड हुआ है, जिसमें पीडिता होश में है, बोल रही है और पूछे हुये सवालों को समझकर जवाब दे रही है। उसे पानी छिड़क कर होश में लाया गया था। इस विडियों में पीडिता केवल एक अभियुक्त सन्दीप का नाम ले रही है। गवाह को विडियों सी०डी० वस्तु प्रदर्श-10 चलाकर दिखाया गया तो गवाह ने कहा कि यह दिनांक 14.09.2020 को बागला हास्पीटल का विडियों है। इस विडियों में यह पूछे जाने पर कि और कौन था तो मैंने यह जवाब दिया है कि खाली एक ही छोरा हो क्योंकि लडकी ने एक ही नाम बताया था इसलिए मैंने भी एक ही नाम बताया। मुझे इस बात की जानकारी नहीं है कि अभियुक्त रवि, रामू व सन्दीप के परिवार से हमारी कोई पहली रंजिश है या नहीं। यह बात मैंने इस विडियों में कही है कि हमारी पुरानी रंजिश चल रही है। मैंने इस विडियों में यह बात भी कही है कि हमारे ससुर की चॉद फाड दी। यह बात भी कही है कि इसका मुकदमा भी इसके परिवार से चला था। यह भी कहा है कि उस केस में दो मुल्जिम जेल गये थे जो 06 महीने बाद छुटकर आये थे, वही रंजिश चल रही है। मैंने इस विडियों में यह कहा है कि अभियुक्तगण के परिवार से हमारे परिवार का झगडा 14-15 साल पहले हुआ था और उस समय मैं गाँव बूलगढी में ही रह रही थी। गवाह को इसी वस्तु प्रदर्श में मौजूद विडियों दिखाया गया तो गवाह ने कहा कि यह विडियों बागला हास्पीटल हाथरस का है तथा घटना की तारीख का है। इस विडियों में मेरी पुत्री पीडिता है, जो बोल रही है, होश में है तथा पूछे हुये सवालों का जवाब दे रही है। इस विडियों में भी पीडिता ने केवल सन्दीप का नाम मारपीट में लिया। मैंने बागला हास्पीटल में किसी डाक्टर, नर्स या किसी स्वास्थ्य कर्मचारी या किसी पुलिस वाले या मीडियाकर्मी को यह नहीं बताया कि मेरी लडकी मुझे घटनास्थल पर निर्वस्त्र अवस्था में मिली थी। दिनांक 14.09.2020 को मैंने जे०एन०एम०सी० अलीगढ पहुंचने पर किसी डाक्टर अथवा नर्स को यह बात नहीं बतायी थी कि मेरी लडकी खेतों में निर्वस्त्र अवस्था में मिली। यह सही है कि पीडिता के घटना के