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125 अभियुक्तगण के नाम बढाये गये हैं तथा पहले छेडखानी करने का कथन किया है तथा बाद में बलात्कार करने का आक्षेप लगाया गया है। इन सभी बयानों के समय पीडिता के माँ-बाप व परिवारजन, पीडिता के साथ रहे हैं, जिससे स्पष्ट है कि पीडिता बयानों के समय अपने परिवारजन के प्रभाव में थी। पीडिता के सभी बयान नियमानुसार नहीं लिखे गये हैं। महिला आरक्षी कु० रश्मि के न्यायालय में दिये बयान से यह स्पष्ट है कि पीडिता जो बोल रही थी, उसे संजय सर दोहरा रहे थे और पीडिता और संजय सर के कहे अनुसार कु० रश्मि ने पीडिता का बयान लिखा है। विडियों में पीडिता का पिता, पीडिता के बेड के सिरहाने खडा दिखायी दे रहा है। इसी प्रकार महिला मुख्य आरक्षी सरला देवी ने न्यायालय में दिये अपने बयान में यह कथन किया है कि बयान प्रदर्शक - 16 लिये जाते समय पीडिता की मॉ, पिता व भाई मौजूद थे तथा और भी काफी लोग मौजूद थे, बाकी को वह नहीं सकती। पीडिता का मृत्यूपूर्व बयान अभिलिखित करने वाले साक्षी मनीष कुमार नायब तहसीलदार का अपने बयान में यह कथन है कि मृत्युपूर्व बयान प्रदर्श क – 15 की अन्तिम दो लाईने कागज के आधे भाग में लिखी हुई हैं, पूरे पेज में नहीं है। अन्तिम दो लाईनों के आगे आधे पृष्ठ में मृतका का अंगूठा लगा है इसलिए अन्तिम लाईन से पूर्व लाईन आधा पेज के पश्चात् पेज के शुरू से प्रारम्भ की है। उपरोक्त मृत्युपूर्व बयान प्रदर्श क – 15 को लिखने के पश्चात मौके पर ही सील नहीं किया गया है। पी0डब्लू० – 6 मनीष कुमार के बयान के अनुसार यह बयान अस्पताल से बिना सील किये हुये अपने आफिस ले जाकर मनीष कुमार द्वारा अपने आफिस में सील किया गया । मनीष कुमार द्वारा मृत्युपूर्व बयान लिखने तथा अपने कार्यालय ले जाकर सील करने के उपरान्त उसी दिन न्यायालय को सम्प्रेषित नहीं किया गया है। मनीष कुमार द्वारा लिया गया मृतका का मृत्युपूर्व बयान question answer फार्म में नहीं है। मृतका का मृत्युपूर्व बयान अंकित किये जाते समय ही तैयार नहीं किया गया है बल्कि बाद में सी0एम0ओ0 आफिस में तैयार किया गया, जिस समय पीडिता वहाँ मौजूद भी नहीं थी। मनीष कुमार द्वारा लिखित मृत्युपूर्व बयान प्रदर्श क - 15 पूर्ण रूप से विधिक प्रावधानों के प्रतिकूल है। अभियुक्तगण की ओर से यह भी तर्क दिया गया है कि इस घटना के उपरान्त इलेक्ट्रानिक मीडिया द्वारा अपनी टी.आर.पी. बढाने के आशय से इस प्रकरण को लगातार बढा चढाकर दिखाया गया तथा पूरे देश में लगातार प्रसारित किया गया तथा सोशल मीडिया पर भी यह प्रकरण छाया रहा। इसी