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है। जी० श्राई० पी० रेल्वेकी भुसावल नाग्पुर लाईन इस नल्लुकेसे होकर जाती है। नतल्लुकेके श्रन्दर श्रकोल, बल्खेद, बोरगाव श्रीर काता पूर्ग स्तेशन है। नल्लुके मरमे १४ स्थानोमे बाजार लगने है।

 श्रकोला शहर-यह श्रकोला जिलेका मुख्य स्थान है। उ० श्र० २० ४३, पू० दे० ७७०४। शमुद्र-तल से यह ६२५ फुट ऊचा है। पूर्शाकी सहायक मोश्र्र नदी इसी शहरमे होकर बहती है। पश्चिमी तीरपर जो भाग है उसे शहर कहते है। शहर के चारो और दीवाल है। पूर्वी तीरके भाग को 'ताजनापेट' हकहते है। पहले नदीकी बाढ गेकने के लिये मुसलमनोने दोनो किनरो पर जुम्मा मसजिदे बनवाई थी। सन १८७३ मे नदीपर एक पक्का पुल बन गया। जी० श्राई० पी० रेमवे की भुस्नवल-नागपुर शाखामे यह एक स्टेशन है। यहा सब गाडिया टहरती है। म्युनिसपीलिटी का श्रेशफल १६७४ एकड है। १५६७ ई० मे इसकी जनसख्या बारह हज़ार थी; आजकल लग्भग तीस हज़ार के है। बगर प्रातमे यह दूसरे दजीका शहर है। पानीका काम कुओ से चलता है। मोर्गो नदीमे भी दो जगह बाध चघवाये गए है। कापसी स्थानमे तालाब वबनवा कर कल द्वाग पानी शहर मे पहुचाया जाता है। शहर मे एक सर्कागी चाग, कचहरिया, वाचनलय गिरिआघर, धर्म्शाला आदि