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भारतीय लोकनाट्य – वशिष्ठनारायण त्रिपाठी, वाणी प्रकाशन, नई दिल्ली भारतीय लोक-साहित्य : परंपरा और परिदृश्य - विद्या सिन्हा, प्रकाशन विभाग, भारत सरकार, नई दिल्ली लखमीचन्द का काव्य-वैभव - हरिचन्द्र बंधु लोक साहित्य : पाठ और परख - विद्या सिन्हा, आरुषि प्रकाशन, नोएडा भिखारी ठाकुर रचनावली - (सं.) प्रो. वीरेंद्र नारायण यादव, बिहार राष्ट्रभाषा परिषद, पटना परंपराशील नाट्य – जगदीशचंद्र माथुर, बिहार राष्ट्रभाषा परिषद, पटना - हमारे लोकधर्मी नाट्य – श्याम परमार, लोकरंग, उदयपुर 17