यह पृष्ठ प्रमाणित है।
श्रीः
वा
बेहयाई का बोरका
ऐतिहासिक उपन्यास
चपला, लखनऊ की कब्र, माधवीमाधव, तारा, सोना और सुगन्ध,
लीलावती, रज़ीयाबेगम, मल्लिकादेवी, लालकुंवर, राजकुमारी,
स्वर्गीयकुसुम, तरुणतपस्विनी, हृदयहारिणी, लवङ्गलता,
याकूती तख्ती, कटेमूड़ को दो दो बातें, कनककुसुम,
सुखशर्वरी, प्रेममयी, गुलबहार, इन्दुमती, लावण्यमयी,
प्रणयिनीपरिणय, त्रिवेणी, पुनर्जन्म, जिन्दे की लाश,
चन्द्रावली, चन्द्रिका, हीराबाई इत्यादि उपन्यासों
के रचयिता
और
स्वकीय--"श्रीसुदर्शन-यन्त्रालय" वृन्दावन में
मुद्रित और प्रकाशित
(सर्वाधिकार रक्षित)
सन् १९१४ ईस्वी
दूसरी बार २०००