पृष्ठ:हिन्दुस्थान के इतिहास की सरल कहानियां.pdf/२४२

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( २३४ ) १५--सन् १८०५ ई० में वह बङ्गलैण्ड लौट गया । भारत में सात बरस रहा। उस ने मद्रास प्रेसीडेन्सी पूरी की और पश्चिमोत्तर प्रान्त बनाया। इस नकशे से मालूम होगा कि उस ने अङ्गरेजी राज कितना बढ़ाया। पहले नकशे के मिलाने से पता लगेगा कि उसने लार्ड कार्नवालिस के पीछे सात बरस के भीतर कितने देश अंग्रेजी राज्य में मिलाये। ५१-लार्ड हेस्टिङ्गस्। (उस ने अंग्रेजों को भारत का राजा कैसे चला दिया)। १–सन् १८०५ से १८१३ ई० तक अर्थात् लार्ड वेलेजली के भारत छोड़ने के आठ बरस पीछे जो तक गवर्नर जनरल आये उन्हों ने कोई लड़ाई नहीं लड़ी पर अंग्रेज़ी भारत ही में शान्ति रही और सारे देश में लड़ाइयाँ ही होती रहीं। महरकों ने राजपूतों पर आक्रमण किया। राजपूतों ने अंग्रेजों की सहायता मांगी। डाकुओं के झुरा जिन्हें लोग पिण्डारी कहते थे मध्य भारत के लोगों को लूटते मारते और उन के गांवों को जलाते फिरते थे और अंग्रेजी राज पर भी धापा मार दिया करते थे। अंग्रेजी भारत को छोड़ और कहीं कोई ऐसी बलवान् शकि नथी जो उन्हें ड्या सकती और पेशवा और प्रहरठा सरदार अंग्रेजी भारत पर चढ़ने की तैयारी कर रहे थे। २--लार्ड हेस्टिङ्गस् इन दिनों गवर्नर जेनरल था। उस ने