पृष्ठ:हिन्दुस्थान के इतिहास की सरल कहानियां.pdf/१६०

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रखता। ३६-अङ्करेजी राज से पहले भारत की दशा। लूट-मार। --औरङ्गजेब के मरने के सौ स पीछे तक बड़ी भयङ्कर लड़ाइयाँ होती रहीं। कोई ऐसा अच्छा बली राजा पा बादशाह नशा जो भारत के बहुत से हिस्सों में शान्ति बहुत से हिन्दू राजा और मुसलमान नबाब थे और सब एक दूसरे से लड़ा करने थे। २... भारत के उत्तर में निर्दयी अफगान और ईरानी सरदार हिन्दु- स्थान के मैदानों पर धावा मारते थे, लोगों के प्राण लेते गांव और नगर जलाते और माल असबाब ढो हो कर ले जाते थे। ३.---इन में सब से भयङ्कर और सब से नितुर एक ईरानी था नादिरशाह। जिसका जाम नादिरशाह वह ईरान का बादशाह था औरङ्गजेब के मरने के ३० वर्ष पीछे एक बड़ी सेना लेकर भारत में उतर आया। वह बड़े डील डौल का मनुष्य था। उस के चेहरे का रङ्ग काला, उस की मूंछ धनी, बोली में बादल की सी गरज और उस की था