पृष्ठ:हिन्दुस्थान के इतिहास की सरल कहानियां.pdf/१४५

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। लिखना इस के किस काम मायेगा और इसे घोड़ा चढ़ना, कुश्ती लड़ना, तीर चलाना, कटार' और बरछे का काम सिखाता था। वह शाहरण,राम कृष्ण की कथा सुनाया करता और पुराने बीर हिन्दू राजाओं के गीत गाता या| वह शिवाजी से यह भी कहा करता था कि तुम भी पुराने राजाओं की भाँति बीर हो जिसमें तुम्हारा नाम भी संसार में रह जाय।

२-महरठे सरदार कभी कभी पहाड़ियों पर से उत्तर

कर देश में लड़ाई करने जाते थे। शिवाजी भी उन के साथ जाया करता था। अब वह बीस बरस का हो चुका था उस के साथ बहुत से जवान थे जो उसी की भाँति बीर और पराक्रमी अब उस ने जाना कि हम बली हो गये और एक महरठा सरदार से पुरन्दर का गढ़ ले लिया

३-इस के पीछे वह गढ़ी पर गढ़ी लेता गया। वह दिन

दिन बली होता जाता था और उस का यश देश में फैलता रहा। हर बरस बह अपनी लेना देश में ले जाता और जो गाँव राह में पड़ते उन्हें लूटता जाता था। लूटपाट करके फिर वह अपने किसी पहाड़ी गढ़ में घुस जाता और वहाँ वह निःशङ्क हो जाता था।

४-उन दिनों दक्षिण में बीजापुर में पठान बादशाह रहता

था। उल ने जो सुना कि शिवाजी ने उस के कुछ गाँव लूटे तो उस ने अपने एक सरदार अफ़जल खाँ को शिवाजी को दमन करने के लिये भेजा।