पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष सप्तदश भाग.djvu/४९२

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- पान्द्रान रहा। १७०२ १०में सम्राट औरङ्गजेबफे सेनापति दाऊद मान्द्राज नगर साधारणतः दो भागों में विभक्त है। यांने यों इस नगरको घेरे रमा । १७४१ ई०में मरहठोंने ला प्लाक टाउन या देशीय लोगों की यासभूमि। यह मान्द्राज पर माक्रमण किया सही, पर मृतकार्य न हुए। फम नदोफे उत्तरी किनारे स्थित है। इसके समुद्र १७४३९ में मान्द्राज दुर्गका संस्कार और भायतन परि. तट पर पाणिज्यपोतरक्षाफे लिये एक बन्दर सोला गया पडित किया गया। है। यहां पैक, कष्टम हाउस, हाई-कोर्ट और सौदागरी दाऊद साँफे आगमणसे पहले हो अगरेज सौदा-' आफिस विद्यमान है। शहाइट टाउन-१६३६ में गरोंने १६८४ ई०में नगरको दीयारसे घेरने के लिये प्रजासे मि० डे द्वारा फोर्ट सेएट जाज, अगरेज सौदागरोंको कर उगाहना शुरु कर दिया था। इस अयथा फरसे कोठो तथा यासभवन जहां प्रतिष्ठित हुए थे यही स्थान यहाँक सभी लोग विरक हो फर वागी हो गये । १६६० हाइट टाउन कहलाता है। इस भागमें विशेषतः गरेजों ई०में प्रजाको मुगलसेनापनिफे आगगनको आशङ्का । का वास है। सूचित कर राजी कर लिया और कर उगाहने लगे। उस यहांको मट्टालिकामों . धिमाल, स्फाच कार्फ, फरसे ब्लाक ठाउन नगरका वाहभाग मिट्टोको दायारस गयौएट-प्रासाद, पाटचिपा हाल, मेमोरियल हाल, घेर दिया गया ! १७०२ ई० में मुगलसेनाके हाथसे मात्मा' सीनेट हाउस. फर्णाटक गवायके चेपाक प्रासाद आदि रक्षार्थ उस प्राचीरको हद करने के लिये फिरसे कर देखने लायक है। मान्दाजका सेण्ट मेरी गिजां भारत में उगाहा गया । उसके फलसे नगरके उत्तरी और पश्चिमी साधर्म मन्दिरको प्रथम प्रतिष्ठा है। १६७८६०से ले मागमें पपकेकी दीवार पड़ी की गई और उसमें ११ पर १७८० १०में उसका निर्माणकार्य शेप हुमा। इस गुज दिये गये। आज भी यह ध्वंसायशिष्ट प्राचीर दिपाई सर्वप्रधान साधर्म मन्दिरमें धर्मयाचक स्पराज तथा देता है। सर टामस मनरो, सर हेनरी योई, सास होयाट आदि १०४६ १०में फरासी सेनापति ला-चोटोंने गोला शासनकर्ताओंके मकबरे हैं। परसा फर दुर्गको दखल किया। उसके दो वर्ष बाद आइलासापलेकी सन्धिके अनुसार मान्द्राज दुर्ग मग. यहाँ १७४६, १७८२, १८०७, १८११, १८७२, १८७१, रेजोंके हाथ आने पर भी १७५२ १० तक उन्हें यहांका १८७७ और १८८१, १६००, १६११, १६१८, १९२४, २० मासन-भार नहीं मिला। १७५८ ६०में फरासी-सेना- भयानक तूफान माया गा! उस सूफानसे सैकड़ों अहम पति लातीने फिरसे ब्लाक टाउन और दुर्गमें घेरा और नाय द्वय गई थी, बहुतसे घर उड़ गये थे तथा शाला । ऐतिहासिक अर्मिने इस अवरोधका प्रयत | कितने मनुष्य यमपुर सिधारे थे। पियरण अपने ग्रन्थमें नहीं लिया है। १७६ मीर १७८० शहरको जनसंख्या पांच लागसे ऊपर है। अधिकांश में इंदर सेनाफे मान्द्राज-आक्रमणफे सिया फरासी, लोगीको भाषा तामिल हैं। विद्या शिक्षामें यह प्रान्त अवरोधफे बाद इस नगरमें और कोई भी याईरो शत्रु बहुत बढ़ा चढ़ा ६। अभी कुल मिला कर १० गिल्प घुसने नहीं पाया। फालेस, ३ व्यवसाय कालेज, १७ संकण्दी और ४२५ सेएटयोमो नगर ममी मान्द्राज नगरके अन्तर्भुत प्राइमरी स्कूल तथा २२ टेकनीकल भार ट्रेनिंग रफूल है। उस नगरको ३५०४ में पुत्तगीज सौदागरोन है। १८५१०में जादूधर स्थापित हुगा है। १८५५० थमाया सौर दुर्गसे सुरक्षित किया था। १६७२७४ } चिड़ियागाना (Zoological garden)ोल कर उस. 10 तक यह फरामियोंके दालमे रहा। १६८ १०में के साथ संलग्न कर दिया गया है। फिलपीक नामक फार पनि इस स्थानको लटा। १७४ 0 भद- स्थानमें पागल मामा (Immatic .iralum) । रेज पणिकोने उसे अधिकार कर फरासो धर्मयाजकोको भलाया इमफे. शर अस्पताल धौर ५ चिकित्सा. पदांसे मार भगाया। लय