पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष षष्ठ भाग.djvu/१३८

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गचाम राजत्व किया। १५वीं शताब्दीको उड़ीसाके गनपति । जोगड़ोमें अशोक गजशामन पत्रकं सिवा जिलेमें वंशोय किसी मन्त्रीने अपने प्रभुको बध करके सिंहासन | बहुत पुराने मन्दिर खड़े हैं उनकी बनावट, कारीगरी कोना था। प्रायः १५७१ ई०को गोलकुण्ड़ाके कुतुबशाही और शिलाफलकासे कलिङ्गका प्राचीन इतिहास खुलता धरानने गजपतियोंको मार भगाया और १८० वर्ष तक है। योकर्ममका विष्णमन्दिर और महालिङ्गमका शिवा चिकाकोलसे मुमलमान गजाम शासन करते रई। शहर लय देखने योग्य है। में मुसलमानांकी एक ममजिद बनी है। इम जिलेमें कोई ८ नगर और ६१४५ गाँब है। ११८७०को बादशाह औरङ्गजबने गोलकण्डाको बोली अपना राजत्व स्वकार करने पर वाध्य किया था। फिर ब्रह्मपुर, चिकाकोल और परलाकिमेदिमें म्य निस- उनके दक्षिणी सूबेदार चिकाकोलके थामकीको नियुक्त | पालिटी है जिलेके अर्ध दक्षिण भागमे तेलगु और करते रहे। १७५३ ई०को इन्हीं दो सूबेदारों की सेवा उत्तरमें उड़िया भाषा चलतो है । एजन्मी प्रान्तमै केवल करनेके पुरस्कारमें फरामोसियोन चिकाकोलको मरकार खांड बोला बोलत: किन्तु दक्षिणी पार्वत्य प्रदेश शबर पायी, जिसमें वर्तमान जिला भो मिला था। १७७३ भाषा ही अधिक व्यवहार करते हैं। ई.को डी बुमी यहां शासन स्थापित करने आये थे, ___कुछ खोडशों और शावरीको छोड़ करकं मब लोग परन्तु दूमर ही वर्ष नालीने उन्हें दक्षिणकी ओर मन्द्राज- | तेलगु या उडिया है। खेतीकै मिवा कपड़ा भी बुमा के घरमें महायता करने को बुला लिया। उनके जाने जाता है । चिकनो मट्टो में हलदी बोते हैं चावन्न बहुत पर ही लाइबने कर्नल फोर्डको दक्षिणको ओर बङ्गालको होता है। जोतन बोन और खेतीक दूमरे कामोंम बेल फौजक माथ भेजा था । १७५८ ई० जनवरा और भैमें दोनी लगाये जाते हैं। गुमसुरके जङ्गलमें मामको उन्हनि डी• बुमोके उत्तराधिकारीको हरा फरा- बढ़िया सालको लकडो उपजतो है। सोसी मदर मसूली-पटम अधिकार कर लिया। इस पर गञ्जाममें खान नहीं हैं । हुम्म, सुरला, नवपद दक्षिणक सूबेदारोन फोर्ड मे सन्धि को कि वह फरासी- और कलिङ्गपत्तनमें नमक खब बनता है। मैदानके सियोंको कभी उन भागोंमें फिर बमने न देंगे। १७६५ गांवोंमें साधारण कपड़ा और ब्रह्मपरम शमी माल ई०को एक फरमानके द्वारा शाह आलमन रस सन्धिको तैयार होता है। रेशमी वस्त्रको बैंजनी और लाल रंग स्वीकार किया था । १७६६ ई०को सूबेदारसे दूसरी सन्धि देते हैं। चिकाकोल अपनी बढ़िया मलमल के लिये प्रसिद्ध भी हुई। इसी प्रकार अंगरेजोंने सारी उत्तर सरकार पायी थी। । पहाड़ी भागमें खौड़यों और शाव के पहननेका ___परन्तु गाममें शान्ति स्थापित करते ७० वर्ष लग मोटा कपड़ा बनता है। टसर पहननेको भी बड़ी चाल गये । १८०३ ई.को परलाकिमेदि जमीन्दारीके साथ है। रसेलकोंडके पास बेझुगुम्तमें बढ़िया पानदान तयार होते है। चिकाकोल विभाग इसमें मिला था । १८१६ ई०को चार पांच सौ पिण्डारी जयपूरसे पा इस जिले में घुसे गामसे विशेषतः अनाज, दाल, चमड़ा, सम, तेलहन, पौर सारे जिलेको लूटापौर जला डाला। हलदी, लकड़ो, नमक और नारियल बाहर भला जाता १८२२ ईको बिमोइयों के अत्याचारमे इस जिले में है। मंगायी जानेवाली चीजोम चावल, कपड़ा, रस्मी, जङ्गी कानून लगा था। विसोई और उनके किले एक | शोशा,बर्तन, धातु तथा धातुके द्रव्य, मट्टीका तेल, मसाला एक करके पकड़े और छौने गये । कुछ लोगोंको फाँमो और बोर हैं। गोपालपुर, कलिङ्गपत्तन और बरुषा और कालापानी होनेसे देशमें शान्ति विराजने लगी। इस जिलेके बन्दर है । मैदानमि कोमतो और पहाड़ों में १८३६ ई०को गुमसुरमें भी यही नोति चलनेसे फिर | सोधा व्यपार करतानसरबपेट, बत्सिलि, हिरामण्डल कोई झगड़ा नहीं हुआ और नरवलिकी प्रथा भी उठ | म्, लक्ष्मी नरसुपेट, रायगढ़, चेलिगोदो, सरणोदो पौर तिबावनिमें बड़ा बजार लगता है। गयी।