पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष विंशति भाग.djvu/६८४

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वर्षकरी-वर्षप्रवेश ६६६ त्या वृपको छाल । पाप-स्वक, पलक, त्वच् । यत घालत तु पाये जाते हैं। आकयाव तथा प्रहम चोच, चालक, शल्क, छाल, छलि, घोता। पिमागम हेन फ्यूय दम्प, मनोन् प, पाप्रोल्प, (शब्दरत्नाकर) प-गौत्य प्रभृति का गातिक पक्षोसे इस तरहके ततु अत्यन्त माधोनकालसे हो पल पहनने की प्रथा निकाले जाते हैं। उनसे नौका बांधनेकी रस्सी तथा प्रचलित थी। रामायणोय युगमें हम लोग सारचन्द्रको मछली पहनेफे माल प्रभृति तैयार किये जाते हैं। सीता तथा लक्षमणफ साथ (रामा० ११) एवं महामार माकपायके गुवान्द योग य वृक्षको छाल के तन्तु ताय युगमे पायो पाएडवोंको भनिन पल्कल धारण करके मो से सुरगढ जाल तथा दाज बांधनेकी रस्सी तैयारको माता कुनादेवोस साथ (महामारत १९५७॥ २) यना । जाती हैं। मलका द्वीपके प्राम पृक्ष Velalcu a Virndi न्तर म्रमणकार्य में नियुक्त देख पाते हैं । साधुस-पासो lion तथा ताली पक्षका छालके Artocarpus खून द्वारा रोग उस प्राचीनकाल में सूत्रनिमित पोंके पदले घाल मछली पकडनेके जाल बुने जाते हैं । निर्मित कोपोन व्ययहार करते थे। वस्तुतः यह परिधेय) सिंगापुरफे तालो तरासके त तुमओ से पध श्यामदेश 'वाल' पर्णच्छादनके मूल (Lest nearny) का तरह के वृक्षोका छालके त तुओ से मुतली (Twine) तैपारी वृक्षकार के रूप हो ध्ययद्वार किया जाता था। जया की जाती है। अभ्यन्तरमागस्य 'नाई' या सूक्ष्म त तुमय रेसेफ सक्षम मलय प्रायद्वीप तथा वेदा नामक स्थानाम सेमन तम सूत्र द्वारा वरके रूपमें युना जाता था इसका कोई जातिके यो के छारसूव द्वारा एक प्रकारका पालवस्त्र प्रमाण नहीं मिलता। तैपार किया जाता है। सिरेषिस द्वीपके काइली विभाग वर्तमान समय हम लोग देखते है, कि पक्ष-छालक म एष प्रसार तून वृक्षी छालसे जो सूने तैयार किये इन पापमय नाही (Cellular tisste)को कून पर सूक्ष्म । जात हैं, उनसे तैगार वन भी 'बल्कल् वन' ही कहलाते सूक्ष्म सूते (Fibrous maternal) तैयार किये जाते हैं। हैं। १८५७ ३०की माद्वाज प्रदर्शनीम जनमाधारणके उन्हीं तन्तुओंम सुत या मछली पकडना g' (Cor | सामने मि जाफरीने Enodendron anfractuostum dage ) एवं गलीचा ज्ञाजिम प्रभृति धुने जाते हैं। ग्रह्म । नाम वृक्षको छारस सूत निकाल कर उसकी दृढता दाम यह छालत तुप' कहलाता है । मरेजी में इसे | तथा घनश्यनोपयोगिता सिद्ध पर दो यो। bast कहते हैं। रूसदेशजात Linden श्रेपोके घोझ पर्समा समय 'छार' नामसे एष प्रकारका सुन्दर छालत द्वारा विनिर्मित घलकलपत्र सारे यूरोपक पाल रेशमा कपडा तैयार किया जाता है। यह घर वृक्ष योंसे अच्छा होता है। इसके अतिरित Tilta Euro तेतुमओ से ही चुना जाता है। बनारसी सिलाफे नामसे pea नाम और एक स्वत व श्रेणोका वृक्ष देखा जाता। जो शरीर हक्नेक मोटे कपडे पाये जाते हैं, ये Rhen है। उसकी छालके रेप्सीसे रेशिल हक्नेक गरीचे तथा ) hbre से तेपार किये जाते हैं। इन (Rhen tibre) जतेपर्ड तैय्यार दिपे जाते हैं। ततमो मे सिल्ककी चादरक समपतरे तथा शीत भारतय तथा मारताय द्वीपम Green Librs | कालोपयोगी गोटे गानयन पय बाट प्रभृति तैयार रिये cus तथा Malberrn श्रेणोक पक्षोंको छालमें उत्कृष्ट तन्तु पाते है। पाया पाता है। तूस फरफ पेहोंको छाासे मुगा नामक पत्रो के अतिरित रस धवालस भनेक प्रकारको एक प्रकारका सतु निकाला पाता है। यह रेशमकी | भोपषियों तथा चमटा साफ करनेके लिये एक प्रकारका अपेक्षा सा और बहुकारस्थायी होता है। माडली पर ! 'कम' तैयार किया जाता है। सिनकोना पक्ष (Cuuchona) हुनेगी बदगि (यसा इस मूनम बांधा जाती है। का छालस बुनेन धोपट तैयार की जाती है। बास भारामान देशफ थे पम्प, पथ जौ, पप, प्रोत्सा डार, नोमछार पामुनहाल, पलटाल प्रभृति भूप पना तमा पग्बोत् प नामक शोम बहुता । सभी छाले सीपधरुपमं व्यवहत होती हैं। मायु