R लाइरा-लाहोर २७ जाता है। २ किमी प्रभार या पदार्थको समोर ।। ५८ मे रे कर ३२ ५१ उ० तथा 7t० १२३७ से ले ३जूमी और महुए को मिला कर आया हुमा स्मार। र ७९५६० तक विस्तृत है। भूपरिमाण २७१५४ ४ अनाज के ढोने की मजदूरी। । ये पेय गोषधियाँ जो बगमील और जनसख्या ५५९८४६३ है। इस विभाग गीको दशा होने पर दी जाती हैं। 1 ६८६६ गार गौर ४१ नगर लगन हैं । यह स्यागीय कमि । लाहरा (लेहिरा)-मध्यप्रदेशके सम्बरपुर जिलातर्गत भरकी दररेखमें है । माहोर, गुजरानवाला और फिरोजपुर देवा, एक भूसम्पत्ति । यह मम्बरपुर नगरस साढे माठ कोम लाहोर-पखावप्रदशफ छोरा लाटके शासनाधोनमें परि उत्तर पूनमें मस्थित है। रेदिरा गण्डग्राम ( अक्षा० २१ चालिन एक जिला। गृह अक्षा० ३० ३८ मे रे कर ३१ ४४.३० तथा देशा० ८४ १७५०) यहाका प्रधान ! ५४ उ० तथा पेशा०७१८ से लेकर ७४५८० तक माणिज्यरेट है। समूबा भूसम्पतिका भू परिमाप ४६ / विस्तृन है। भूगरमाण ३७०४ वगमोल मोर नासस्या यगमोल है। १९६२१०६ है जिनमें मुसलमानोंकी सपा सरडे पोछे .. रोहिरा सरदारन फिसी युद्धर्म सम्परपुर-राजको ६२, हिदुओंको २४ और सिखोंका १४ है। लाहोर -सहायता की थो । उसोम १७१६०को सम्बरपुर राजा दिमागका मध्यशि ले कर यह जिला गठिन है। इस — लाहराके पत्तमान सरदारयाफ उस पूर्वपुस्पको यह । उत्तर पश्चिममें गुजरायाला, उत्तर पूयुमें अमृतसर, सम्पत्ति दी। ये सादार लोग गोंड जातीय हैं । १७५७५८ | दक्षिण पूर्व में शत नदी और दक्षिण पश्चिम मट १०के गदरमें यहाके सरदार शिवनाथ सिंहने अग! गोमरी जिला है। for ma नहीं पिया थाnees reमें समुचे पञ्जाव प्रदेशफे ३२ जिलों में रोषसण्यानुसार पद । । उनके नायालिग पुत्र न्दामा सिह भागीरो मसादके | तीमरा तयाभूमिकै परिमाणानुसार ग्यारहया स्थान गिना । अधिकारी हुए। जाता है। यह चार स्वत न तहसीमि विमत रखपुर. लाहल (हि.पु०) लाहौन देखो। तहसील इरावती नदीके पनि प्रदेशको लेपरगठित , साहो (हि • स्त्रो० ) १ लाल रगया यह छोटा कीडा जो दक्षिण पश्चिमाई की चुनियान तहसील 'इरावती और पृशो पर लाख उत्पन्न करता है। विशेष विवरण माना शतह के मध्यस्थलमें यास्थित, सूर तहसील शाह के शन्दमें देखा । २इससे मिलता जुरता एक प्रकारका किनारे तक विस्तृत तथा उत्तर पूर्वाद्धयो म्होरहमीर कोहा। यह प्राय माघ फागुनमें पुरवा हया घरने, इरावतीके तरसे शतद्र तोरपत्ती फैसूर उपविसागता पर उत्पन्न होता है और फसलको बहुत हानि पहुचाता परिध्याप्त है। है। ३धान, शाजरे आदिके भूने हुए दाने लाया। इस जिलेका प्रारतिक सौदर्य बड़ा ही मनोरम है। . ४ सरसो । ५काली सरमो । ६ तोसरी वारका शतसे इरारती तथा इरावतोसे रेकमा दोदि नामक साफ क्यिा हुआ शोरा । (मि०७ लाहके रगका, शस्पसमृद्ध गनवेदोके मध्यस्थल तक यह जिला विस्तृत मटमैलापन लिये लाल। है। शतट इरावती और देघ इन तीन नदियोंक कारण राहुल-पक्षावके कागडा जिलातर्गत पर उपत्यका और इस जिलेका अधिकाश स्थान उर' की कहीं उपविभाग। महुल देखो। पर्वत भी दिखाई पड़ता है। . ." लाहोर-पसाबके सतर्गत एक रिमाग । लाहोर फिरोज __शतद् और रायतो नदीके मध्यस्थलमै माझा नाम पुर और गुजरानवाला जिला ले पर यह विभाग गठित अधित्यका या ऊची भूमि पढी है। कहते हैं कि पा है।सको उत्तरी सीमा पर शाहपुर और गुजरात जिला, समय भादि सिखजाति यहीं रहती थी। उस विस्तृत ... पूनम सियालकोर और अमृतमर जिला, कपूरथला राज्य प्रदेश उत्तर उपजाऊ जमीन है लेकिन दक्षिणको भूमि और जालघर जिला दक्षिणम पनियाला राज्य तथा मरभूमिर्म परिणत है। उसके सबसे अन्तर्मे बहुत थोडा शीर्या, मटगोमरी गौर मह जिला है। यह मक्षा० २६ घास उगती है सही, पर खाल या नदीम जल न रहनसे Vot xx 75
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