पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष विंशति भाग.djvu/१९३

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१६ लव्धानुज-लम्पा ब्धानब ( स० लि.) त्या अनुज्ञायेन । जिसने अनुमा लमढींग (हि' पु०) पर प्रकारका जमको जानवर । लातडट्न (दि० वि०) बहुत लम्बा या ऊँचा। पाई हो। लब्धावकाश (सं० वि०) लब्धः अवकाशः येन। जिसने लमान-एक जाति । यह वम्बई प्रेसिडेन्सीके अहमदनगर, धारवाड आदि जिलों में रहती है और चारण धंजारी अवकाश या छुट्टी पाई हो । सभासर ( वि) जिसने कार्यसे अवसर प्रदण नामसे प्रसिद्ध है । यह जाति गजपूताने में मारवाइ प्रदेशम किया हो, पेनसन पानेवाला यहा आकर बस गई है। इस जाति लोग चावन. होल्कर। लन्धि (सं० स्त्रो० लम-क्तिन् । १ लाभ, प्राप्ति । २ हिसाब-; मधु पवार, रनवार और सिन्द आदि उपाधिधारी हैं। का जवाब। वर और वन्याको उपाधि एक होनेने विवाह नहीं होता। लब्धिम (सं० वि०) प्राप्त, उपार्जित । इसके अलावा विवाहमें गौर कोई अड़चन नहीं ये लब्धोदय (सं० त्रि०) लब्धः उदयः उत्पत्तिर्यस्य । १ जात. लोग हिन्द्र हैं। सभी शिवा रगते हैं. लेकिन सपा और उत्पन्न । २ जिसने सौभाग्य अर्जन किया हो। परिच्छद आदि बडा नंदा होता है। यहां तक कि सप्ताह में लमैन (सं० क्लो०) प्राप्त करना, हासिल करना। । दो दिन मी मान नहीं करते। लभस (स. पु०) लम (बत्यविचमोति । उण ३१११७) इति गोकुत्राष्टमी, दगदरा और दीवाली ये दडी धम असच । १ वाजिवन्धनरज्जु, घोड़ा वांधनेकी रस्सी। धामसे मनाते हैं। विवाद आदि कार्यों में गांव के जोपी इसे पिछाडो भी कहते है । २ धन । : याचक, मागने लोग ही इनकी पुरोहिताई करते हैं। विवाह और अन्त्ये. वाला । टिके अलावा इनमे और कोई संम्कार नही है। इनमें लभ्य (सं० त्रि०) लभ्यते इति लम (पारदुपधात् । पा विधवाविवाह और बहुविवाह प्रचलित है। सन्तान ३।१।६८)ति यत् । १ न्याययुक्त, मुनासिव । २ लब्धथ्य, आदि के उत्पन्न होने पर प्रति ४० दिन तक अशाच पाने योग्य। मानती है विवाहमें बरके साथ बारात जानेकी प्रथा नहीं लमक (सं० पु० ) रमते इति रम ( रमरश्च लापः । उण, है सिर्फ दो एक आदमी जाने हैं। पास कर उनके कोई २।२३) इति क्युन रस्य लत्वं । १ जार, उपति । धर्मगुरु नहीं है। २विलासी, लपट। विवाहित पुरुष या रमणीकी मृत्यु होने पर ये शवको लमगजा ( हि पु० ) इकतारा, ठठवा । . जलाते हैं। मृत्युकं वाद आत्मीय स्वजनके अशीच नहीं लमघिचा (हिं० वि० ) लम्बी गरदनवाला। होता। तीसरे दिन ही जाति कुटुम्बका भोज होता है। लमवा (हिं० पु०) एक प्रकारको बरसातो घास, जो किसी तरहका श्राद्ध आदि नहीं होता। आपसमें पिसा काली चिकनी मिट्टीकी जमीनमें वहुत पाई जाती है। विषयकी मीमांसा करने के लिये पंचायत बैठती है। लमछड़ (हिं० पु०)१ साग, वरछी । २ पुरानी चालकी लमेताघाट-नर्मदा नदीके किनारेका एक शैल।, लबी बदूक । ३ कबूतरवाजोंको लग्गी । (वि०) ४ पतला और लम्बा। लम्बन्-काबुल के अंदर एक प्रदेश | इसका संस्कृत नाम लमछुआ (हिं० वि०) जो आकारमें कुछ लम्बा हो, लम्पाक है । लम्याक देखो। लम्बापन लिये हुए। लग्न (सं० पु०) एक जाति । लमजक (हिं पु० ) कुशकी तरहको एक घास जिसमें लम्प (अ० पु०) दीपका चिराग। सुन्दर महक होती है। इसे 'ज्वराकुश' भी कहते हैं। लम्पक (सं० पु०) जैनियोंका एक सम्प्रदाय । शैल देखा। और ज्वरम औपधके रुप में देते है। लम्पट (सं० वि० ) १ व्यभिचारी, कामुक । (पु.) लमजुक ( हि पु०) लमजक देखो। २ स्त्रीका उपपति, यार। लमटंगा (हिं० वि०) १ जिसकी टांगें लम्बी हो । (पु०) लम्पटता (स. स्त्री०) लम्पट होने का भाव, दुराचार । २सारस पक्षी। लम्पा (सं० स्त्री०) एक नगरका नाम ।