पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष भाग 4.djvu/६३

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चील। कम्बातायो-कृयासन् A bal Remusat's Nouveaux Melanges | कयपूती (हिं. स्त्री०) वृक्षविशेष, एक पेड़। यह Asiatiques-Croizier’s. L, Art Khmer; Legends Indo-Chinoises सततहरित है। इसका उत्पत्तिस्थान सुमात्रा, यव- relatives aux monuments de pierre de' Pan. होप प्रमृति पूर्वीय होपपुन्न है। कयपूतोके पत्रसे cien Combodge Ayinonier's. तेल निकालते हैं। उत्त तल कपूरको भांति अस्थायी, Notice sur le Coinbodge, Geographie du प्रति परिष्कार और पास्वादमें तो होता है। कय- Combodge. पूतोके तेलको अङ्गमै पीड़ा उठने से लगाते हैं। Journal Asiatique 1882-83-84, Journal | कयस्था (सं० स्त्रो०) को वायु इव याति गच्छति, of the Indo-China Society of Paris 1877-78, Journal of the Anthropological Society of किंवा के जलमिव याति, क-या-इ-खा-कटाप । Bombay, Vol. I. P. 505-532. पाती ऽनुपमर्ग का पा २२२३। पजाद्यतष्टाप. पा था करवातायो (स'० पु.) गढ़चिन्न, किसी किमको १ काकोली, एक दवा । २ इरोतको, हर । ३ सूमना, | छोटी इलायची। किया, काया देखो। काम्भ (सं० त्रि०) कं जलं सुखं वा अस्यास्ति, कम-भ। कंगंभयां व मयुक्तिहुतयमः। पा ५२।१३८१ जलयुक्त, पानी कया (वै प्रत्र्य. ) किस गतिसे, किस तौरपर । । कयाद (वै० वि०) शरीरको व्यय करनेवाला, जो भरा हुवा। २ सुरखी, खु.श, जिसे भाराम रहे। निसको खपाता हो। कम्भारी (म० स्त्री० ) कं जलं विभर्ति धारयति, कम : कयाधू ( म० स्त्री० ) जम्भासुरको कन्या। यह भू-अण डीप डीप वा। गान्मारी वक्ष, गंभारि । गम्भारो देखी।

हिरण्यवाणिपुको स्त्री और प्रद्वादशी माता रहीं।

कम्भु (संलो०) के जलं तत्तुल्य गैत्य विभति, हिरण्यकशिपुके पोरस और कयाधूके गर्भसे संद्वाद,. कम भ-ड़। उचोर, खस। अणुहाद, प्रवाद तथा हाद-चार पुत्रने जन्म लिया। कम्मल (हि. पुं०) कम्पल देखो। कयाम (१० पु.) १ स्थिति, ठहराव। २ जीवन, कम्मा (हिं० :पु०) ताडपत्रपर लिखित लेख, जो जिन्दगी। ३ स्थिरता, पोढ़ाई। ४ प्रार्थना करते समय खड़े हनिको हालत । शान्तिरक्षाको 'कयाम- मज़मून् ताड़के पत्तेपर लिखा हो। बान्त्र (सं० वि०) कामयति, कम्-र । नमिकम्पिय्यासकम- अमन' और स्थिर रहनेवालेको 'कयाम-पिजीर' सिदीपोरा पा ।२।१(01 चाइनेवाला । २ कमनीय, मनोहर, ख वसूरत, कयामत (अ० बी०) १ प्रलय, आखिरी दिन । चाहने लाया। ईसायी, मुसन्तमान् और यहदी प्रलयकी अन्तिम कम्मा ( म. स्त्री०.) कब-टाप । दिवसको कयामत कहते हैं। इसी दिन यावतीय 'मनोरमा, दिलको लोभानेवाली।. २ कासुकी, चाइने मृत व्यक्ति मृत्यु को गहरी निद्रासे उठते और देवरके वाली। ३ गङ्गा। सम्मुख अपने-अपने कसका शुभाशुभ फल पानेको "कमनीयनला कवा कंपईि मुकपइंगा।" ( काशीखण २०४४) पहुंचते हैं। २ विपद, मुसीवत। ३ सत्ताप, दुःख,. कय (वै० वि०) किम् पृषोदरादित्वात् वेदे कया- रोबापोटी। देशः। १ क्या, कौन। (पु.) को वायु इव याति कयारी (हिं. स्त्री०) शुष्कटण, सूत्री घास । गच्छति अथवा के जलमिव याति, क-या-ड। कयास (प्र०.पु०) १ विचार, खयान्त, राय। २ धनु- २ वयः, वयाक्रम, उत्र ३ दैत्यविशेष। इसका मान, श्रन्दाना दूसरा नाम कासार था। इसने वालखिलासे वेदको कयासन् (१० क्रि.वि.) अनुमानतः, अन्दाजन,. एक सहिता पढ़ी। (भागवत) अटकालो। १ कामुका, मैनेच्छायुता, कहते हैं। १ कमनीया, ४ उत्पात, बखेड़ा, खलबली। 1