पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष भाग 4.djvu/६२२

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काशिपुर-काशिप्रशांदघोष दुर्गका भग्नावशेष जंगलसे भरा है। पूर्वदिक् व्यतीत की थी। १६२७० को उन्होंने एक अंगरेजी पक्ष तीन तरफ खाई है। उत्तरपचिम और दक्षिणपश्चिम faut "The young poet's first attempt" for दोनों दिक् दो स्थानपर दो प्रवेशद्वारका चि वत भारत-इतिहास (History of British India..) माम है। दुर्गसे ४०० हाथ पूर्व ज्वालादेवी वा उन्न को उन्होंने बहुत पच्छी समालोचना परेजीम यिनी देवीका मन्दिर है । छोटे छोटे मन्दिरमें नाग बनायी थी। वह गवरनमेण्ट गजट और एशियाटिक, नाथ भूतेश्वर, मुक्त खर, और यने खरको मूर्ति हैं। जरनल में प्रकाशित हुयी। वह आधुनिक समझ पड़ते हैं। पुरातन मन्दिर प्रायः कालेज छोड़ समसामयिक पत्र में अङ्गारेजौके पक्ष मृत्तिकास्तूप पर निर्मित है। इस प्रकारके अनेक लिखने लगे। उनको देख अङ्गारेज लोग भी मुग्ध हों खूप है। उनमें टुग को उत्तर दिक् प्राचौरके भीतर जाते थे। १८२० और १८३.ई. के मध्य ही उन्होंने अधिकांश पद्य बनाये। उनके "Hindu Festivals" एक प्रकाण्ड स्तूप देख पड़ता है। उसे लोग भीमको गदा' कहते हैं । ज्यालादेवी मन्दिरको पूर्वदिक का नामक अगरेजी काव्य में दशहरा, सुतेकी झांकी, स्तूप रामगिर गोसाई का टीला' कहाता है। जन्माष्टमी, दुर्गापूजा, कोजागर-पूर्णिमा, श्यामापूजा, अष्टादश यताब्दक शेष भाग नन्दराम नामक कार्तिकपूजा, गमयात्रा, श्रीपञ्चमी, दोलयात्रा और एक व्यक्ति काशिपुरके शासनकर्ता रहे । उसी समय अक्षयतृतीयादिका इतिहास तथा उत्सव वर्णित है। उन्होंने स्वाधीनताका अवलम्बन किया। उनके मृत कप्तान रिचार्डसनने उनको बहुत प्रशसा की है। पुत्र शिवशालके राजत्वकाल काधिपुर अंगरेजोंके पर्मण्ड एलियट नामक किसी अङ्गारेजने “Views अधिकारमें गया। अंगरेजॉने काशिपुरके राजाको from India and China." नामक नुस्तकमें काशि- मजिष्ट्रेटको क्षमता प्रदान कर रखी है प्रसादको अङ्गारेजोंसे भी बढ कर कवि बताया है। : काशिपुरमें एक दातव्य चिकित्सालय है । वह. गद्यमें उन्होंने निम्नलिखित पुस्तक बनाये थे,- सूतका मोटा कपड़ा बनता है, जो स्थानान्तरमें जाकर 1. Memory of Indian Dynasties containing विकता है। ( a )The Scindiah of Gwalior. (b) King of काथिपुर-बङ्गालके २४ परगनेका एक गण्डग्राम। Lucknow. (c) The Holkar of Indore. (d) वह भागीरथीके तौर कक्षकलेके निकट अवस्थित है। The Nawab of Hyrabad. (e) The Giakwar काधिपुरमें गोचागोली बनानेका एक सरकारी कार of Baroda. (f) The Bhonslah of Nagpore. बामा है। भगवती सर्वमहाला तथा चित्रीका (४) The Nawab of Bhopal. मन्दिर भी वहां बना है। 2. Sketches of Runjeet Singh. काशिपुरी (सं• सी.) काशिदेशीयपुरी, मध्यप 3. of King of Oudh. काशी, बानारस। (भारत पनुशा. १५.) 4. On Bengali poetry. काशिप्रसाद धोष-कलकत्ते के एक विख्यात पन्थ 5. On Bengali works and writers. कार | उनके पिताका शिवप्रसाद पौर पितामहका 6. The Vision-a tale. (उपन्यास) नाम तुलसीराम था! ईष्टइण्डिया कम्पनीके अधीन १८४५/४६ को उन्होंने सनांची रह तुलसीरामने प्रचुर अथै उपार्जन किया। Intelligencer " नामक एक बड़ा साप्ताहिक पत्र १८.८ ई. को ५ वी अगस्त को उन्होंने जन्म लिया प्रकाशित किया था। वह स्वयं उसके खलाधिकारी था। १२ वर्षके वयसमें उनको अक्षरपरिचय मात्र हुवा। और सम्पादक रहे । १२ वर्ष तक उक्त पत्र निकलता १८२१ ई० को वह हिन्दू कालेजमें पढ़ने बैठे। किन्तु ३ वर्ष के मध्य ही उन्होंने पच्छो योग्यता प्राप्त रक्षा, किन्तु १८५८ ई० को बलवे के कारण संघाद- पों के विरुष कानून बमजान बन्द हो गया। Vol. IV 157 "The Tinda