पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष भाग 4.djvu/३०२

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चाचा। काका-काकादनक 'काकवत् स्वर निकालनेवाला, जो कौवेको तरह। काकाण्डावशिक-बङ्गासमें मेदिनीपुरको ब्राह्मणभूमिका वोलता हो। तत्। २ काकरव, कौवेकी वोनी। एक ग्राम । यहां 'काकाण्डाधिक' नामक एक काका (स' स्त्री०) काकवत् प्राकारोऽस्त्यस्य, काक जाप्रत देवता विद्यमान हैं। अच्-टाप। १ काकनासा, कौवाठोटी। २ काकोली- काकाण्डी, काबाहा देखो। वृक्ष, एक पेड़। ३ काकना, मसी ४ इलिका- काकाण्डोला (सं० लो०) काकाण्डं ओरति तत् . सता, बुधची। ५ मलपूढच, निर्मलीका पड़ । सादृश्यं वीजं प्राप्नोति, काक-उर-बच-टाप रस्य सत्वंम् । ६ काकमाची, केवैया । ७ काकोदुम्वरिका, काठगूलर । कोथिम्बी, कोचको फलो। २ पटभी, हव्व-उल्- काका (हिं. पु.) पिताका भ्राता, बापका भाई, कलकल, कनकटिया। काकातुवा (हिं. पु०) पक्षिविशेष, एक चिड़िया। काकाकौवा (हिं० पु.) शुकविशेष, काकातुवा, बड़ा वर्तमान शाकुनतत्वविदोंके मतमें यह शुक जातीय तोता। पक्षी है। सिर्फ भेद यही है कि काकातुवा तोतेसे काकाधि (सं० लो०) काकस्य पधिः चक्षुः, ६-तत् । पाकारमें बड़ा पाया जाता है। मस्तकपर खूब विखरे काकका चक्षु, कौवेकी पांख। पक्षको भांति शिखा रहती है। पुच्छ बहुत बड़ा काकाधिगोलकन्याय (सं. पु.) काकस्य अधि होता है। अंगरेजी में इसे 'कोका (Cockatoo ) गोलकमिव न्यायः, उपमिः । न्यायविशेष, एक कहते हैं। शाकुनशास्त्र में यह पक्षौवंश काकाविना' मन्तिक। काकका एक मात्र चक्षु जैसे उभय पक्षिक (Cacataina) माना गया है। काकातुवा शब्द गोलकका कार्य चलाता है, वैसे ही एकमे दो विषयोंका | अंगरेजी 'कोकातू'का अपभ्रंश है। सम्बन्ध रहनसे 'काकाचिगोलकन्याय' कहलाता है। प्रकत काकातुवेका पालक (पर) खेतवर्ण होता काकाक्षा (सं० स्त्री०) काकस्य अजंधेव आकारो है। किन्तु किसी किसीका खेसवर्ण पालक अल्प रक्त यस्याः, वहुव्री०। १ काकजंघा, चकसेनी। २काक वर्ण वा अपर वर्ण मिश्रित रहता है। भारतवर्षक नासा, कौवाठौंटी। दक्षिणाचच और षष्ट्रेलिया द्वीपमें दो प्रकारका काला काकाणी, काकाहा देखी। काकासुवा मिलता है। अंगरेजी शाकुनशास्त्र में काकाचो (सं० स्त्री०) काकं . पञ्चति प्रायोति, एकको केलिप्टोरिइस' (Calyptorhynchus) और काक-पच्-अण-डोए। काकजंघाच, मसी, कौवेको दूसरेको 'मायिकोम्बोसस' (Microglossus ) कहते जांध-जैसा पेड़। हैं। शेषोत कासा काकातुवा खूब बड़ा होता है। काकाण्ड (सं• पु०) काक्या अण्ड इव फलं यस्य, न्यूगिनौमें यह पाया जाता है। इसको जिद्धा कण्ड- बहुव्री०।१महानिम्ब, बड़ो नीम। २ काकतिन्दुक पक्ष, कान्वित रहती है। उससे सुलभतया यह खाद्य द्रव्यादि एक पेड़। -तत् । ३ काकका पण्डा, कोवेका अण्डा। उठा सकता है। काकाण्डक (सं० पु.) काक्या अण्डा, काकीपण्ड भारत महासागरके दीपपुन पौर अष्ट्रेलियामें स्वार्थ कन् पुवज्ञावः, इ-तत् । १ काकका अण्ड, कौयका | इसको संख्या सबसे अधिक है। काकातुवा फल, पण्डा "चित हरिदासाशः काकायकनिमास्तथा।" (मारत, बन) मूल वीज और खेदज कोटादि खा अपनी जीविका २ लूताभेद, किसो किस्सका मकड़ा। चलाता है। यह पालनमे खुब हिल जाता और काकाखा (सं० स्त्री०) काकस्य अण्डइव वीजमस्याः, सिखानसे तोतेको तरह बातचीत करता है। काकातुवा बहुव्री.। १ कालशिम्बो, कोचको फौ। २ महा- अपनी चोटी इतस्ततः.चला सकता है। इसका शब्द ज्योतिमती सता, रतनजोत । ३ सूता विशेष ।

मधुर. नहीं होता।

खूता देखो। काकादनक (सं० पु.): काबादनो देखो।