पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष पंचदश भाग.djvu/५१०

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पेरिमा-बेल ६ इन्सपेकर जनरल आफ पुलिस, जेल और रेजिष्ट्र शन, बेरुखी ( फा० स्त्री० ) अबसर पड़ने पर मुह फेर लेना, ६ डिष्ट्रिक सुपरिण्टेण्डेण्ट आफ पुलिस, २ आसिष्टेण्ट येमुरव्वती। सुपरिण्टेएजन्ट आफ पुलिस, १ सेनिटरी कमिश्नर (ये बेरुप (हिं० वि०) कुरूप, बदशक्ल । इन्सपेकर जनरल आफ रिस्पेन्सरी और भक्सिनेसन बेरोक (फा० कि० वि०) निर्विघ्न, बेखटके। . पर पर भी कार्य करते थे ), ६ सिविल सर्जन, १ डिरेकर बेरोकटोक (फा० वि०) निविधपूर्वक, बिना अड़चनके । आफ पब्लिक इम्सस्ट्रकसन, १ कञ्जरभेटर आफ फारेष्ट बेरोजगार (फा०वि०) जिसके हाथमें कोई रोजगार न और असिस्टेन्ट कञ्जरभेटर थे। १८८३ ईमें यहां ६७ हो, जिसके पास करनेको कोई काम धंधा न हो। मजिष्ट्रेट कार्य करते थे। उन सबको दीवानी और वेरोजगारी (फा० स्त्री०) बेरोजगार होनेका भाव । राजस्व वसूली सम्बन्धी मुकदर्मोका विचार करनेका | बरौनक (फा० वि०) जिस पर रौनक न हो, उदास । अधिकार था। वर्तमानमें अभी डिपुटी कमिश्नर दीवानी बेरौनकी ( फा० स्त्री०) बेरौनक होनेका भाव । और फौजदारी मामले पर विचार करते हैं। एक एक बेर्रा ( हिं० पु०) मिले हुए जी और चनेका आटा |२ तालुक एक एक तहसीलदारके अधीन हैं जिनका काम | कोईका फल । राजस्व वसूल करना है। ऐसे तहसीलदारोंको संख्या बर्राबरार ( हिं० पु० ) अग्नकी उगाही । वीस है। लिस्ट्रक जेल सिविल सरजनके अधोन है। बलंद (फा०वि० ) १ ऊंचा।२ जो बुरी तरह परास्त या विद्याशिवामें यह जिला आस पासके जिलोंसे बहुत बढ़ा| विफल मनोरथ हुआ हो। चढ़ा है। जिले में कुल मिला कर ४७ अस्पताल हैं। बेल ( हिं० पु०) १ मझोले माकारका एक प्रसिद्ध करीला बेरिया (हि.स्त्री०) समय, बला। घृक्ष । विशेष विवरण विल्व शब्दमें देखो। (स्त्री०)२ वन- बेरिज (हिं० स्त्री० ) किसी जिलेकी कुल जमा । स्पति शास्त्रके अनुसार वे छोटे कोमल पौधे जिनमें कांड बेरियां (हिं० स्त्री० ) समय, काल । या मोटे तने नहीं होते और जो अपने बल पर ऊपरको बेरी ( हिं० स्त्री० ) १ हिमालयमें होनेवाली एक प्रकारकी मोर उठ कर नहीं बढ़ सकते। वल्ली देखो। ३ सन्तान, लता। इसके रेशोंसे रस्सियां और मछलो फंसानेके | घंश। ४ नाष खेनेका डाँड, बल्ली । ५ कपड़े या दीवार जाल बनते हैं। इसे 'मुरकूल' भी कहते हैं। २ एकमें आदि पर एक पंक्तिमें दूर तक बनी हुई फूल पत्तियां मिली हुई सरसों और तीसी । ३ बेर देखो। ४ उतना भादि जो देखनेमें बेलके समान जान पड़ती हों। ६ अनाज जितना एक बार चक्कीमें डाला जाता है. अनाजकी विवाह आदिमें कुछ विशिष्ट अवसरों पर संबंधियों और मुट्ठी जो चक्कीमें डाली जाती है। बिरादरीवालोंकी ओरसे हजामों, गानेपालियों और इसी बेरीछत ( हिं० पु० ) एक शब्द जो महावत लोग हाथीको प्रकारके और नेगियोंको मिलनेवाला थोड़ा थोड़ा धन । किसी कामसे मना करनेके लिये कहते हैं। रेशमी या मखमली फोते आदि पर जरदोजी मादिने बेरुआ (हिं० पु०) बांसका वह टुकड़ा जो नाव खींचनेकी बनी हुई इसी प्रकारको फूल-पत्तियाँ जो प्रायः पहननेके गूनमें आगेकी ओर बंधा रहता है और जिसे कंधे पर कपड़ों पर टांकी जाती हैं। ८ घोरोंका एक रोग । इसमें उनका पैर नीचेसे ऊपर तक सूज जाता है, गुमनाम । रख कर मल्लाह खींचते हुए चलते हैं । बेल (फा० पु०) १ एक प्रकारकी कुदाली। इससे मज- बेरुई (हिं० स्त्री०) घेश्या, रंडी। दूर जमीन खोदते हैं। २ एक प्रकारका लंबा खुरपा। ३ बेरुकी (हि. स्त्री० ) एक रोग। इसमें बैलोंको जीभ पर सडक भादि बनानेके लिये चूने आदिसे जमीन पर काले काले छाले हो जाते हैं और उसे बहुत कष्ट देते हैं। हाली हुई लकीर जो केवल चिह्नके रूपमें अथवा सीमा बेरुख ( फा० वि०) १ जो समय पड़ने पर रुख (मुंह)! निर्धारित करनेके लिये होती है। फेर ले, बेमुरम्बत। २ध, नाराज। बेल (मं पु० ) कपड़े या कागज आदिकी यह बड़ी