पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष अष्टादश भाग.djvu/४०२

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मोही-पौकूफ ३६६ छन्दका नाम । इसके प्रत्येक चरणमें सगण, भगण, | वणिक्-सम्प्रदाय यहां आ कर वस गया। तभोसे यह तगण, यगण और सगण होते हैं। छोटा गांव नगरमें परिणत हो गया और वाणिज्यकी भी मोही (हिं० वि० ) १ मोहित करनेवाला | २ मोह करने धीरे धीरे वृद्धि होने लगी। यहां खड़ आ नामक सूती वाला, प्रेम करनेवाला। ३ लोभी, लालची। ४ भ्रम कपड़े का अच्छा कारवार है। अमरावती, मिर्जापुर, या अविद्या में पड़ा हुआ, अज्ञानी। नागपुर, फरु खावाद, हातरस, कानपुर और दिल्ली आदि मोहुक (संपु०) मोहविधायक, मोह करनेवाला। । नगरों में सफेद : और रंगे कपड़े की रफ्तनी होती है। मोहेला (हिं० पु०) एक प्रकारका चलता गाना। | मौ-युक्तप्रदेशके वांदा जिलान्तर्गत एक तहसील। यह मोहेलो (हिं स्त्री०) एक प्रकारको मछली। यह हिमा- अक्षा० २५५ से २५२४ उ० तथा देशा० ८१७ से लय और सिधकी नदियोंमें मिलती है। ८१°३४ पू०के मध्य अवस्थित है। भूपरिमाण ३१६ मोहोपनिषत्-एक उपनिषद्का नाम। वर्ग:मोल और जनसंख्या ६५ हजारके करीव है। इसमें मोहोपमा (स. स्त्री०) उपमालङ्कारभेद, एक अलङ्कारका | राजपुर नामक १ शहर और १६४ ग्राम लगते हैं। नाम जो केशवदासके अनुसार उपमाका एक भेद है ; पर मौ-युक्तप्रदेशके आजम ढ जिलान्तर्गत मुहम्मदावाद और आचार्य जिसे भांति अलङ्कार कहते हैं। तहसीलका एक शहर। यह अक्षा० २५५७ उ० तथा मौ-मध्यभारतके इन्दोर राज्यान्तर्गत एक नगर। यह देशा० ८३ ३४ पू०के मध्य विस्तृत है। जनसंख्या २० अक्षा० २२३३ उ० तथा देशा० ७५४६ पु०के मध्य हजारके करीब है। शहर कब वसाया गया हैं मालूम अवस्थित है। जनसंख्या ३५ हजारसे ऊपर है। मन्द- नहीं, पर यह बहुत प्राचीन शहर है, इसमें सन्देह नहीं। सोर-सन्धिकी ७वी शरीके अनुसार सर जान माल आईन-इ-अकबरी पढ़नेसे मालूम होता है, कि शाहजहान् कोलमने इसे बसाया था। उसी शरीके अनुसार यहां वादशाहने अपनी लड़की जहानारा वेगमको यह शहर वहुत-सी अङ्ग्रेजो-सेना भी रहती है। यहां राजपूताना | प्रदान किया था । उक्त वेगमने यहां एक सराय बनवायी मालवा-रेलवेकी मालवा शाखाका एक स्टेशन है । शहर- थी जो आज भी मौजूद है। १८६३ ई०में कुर्वानी ले कर में एक पारसी स्कूल, एक रेलवे स्कूल और एक कान- यहां भारी दंगा हो गया था। शहरमे अस्पताल, डाक मेण्ट स्कूल है। स्कूल के अलावा मिलिटरी अस्पताल | घर और दो स्कूल हैं। और एक सिविल अस्पताल है। | मौ-पेमा-युक्तप्रदेशके इलाहाबाद जिलान्तर्गत सरौन मौ-युक्तप्रदेशके झांसी जिलान्तर्गत एक तहसील। यह तहसीलका एक नगर। यह मक्षा० २५४२ उ० तथा अक्षा० २५६ से २५ २६ उ० तथा देशा० ७८°४६ से देशा० ८१.५६ पू०के मध्य अवस्थित है। जनसंख्या ७ ७६ १६ पू०के मध्य अवस्थित है। भूपरिमाण ४३६ | हजारके करीब है। जिले भरमें यही सबसे पहला शहर वर्गमील और जनसंख्या लाखसे ऊपर है। इसमें मौ- जहां १८९ ई० में प्लेग दिखाई दिया था। यह स्थान रामीपुर नामक १ शहर और १६४ प्राम लगते हैं। यह | सूती कपड़े के लिये बहुत कुछ प्रसिद्ध है। शहरमें एक तहसील विन्ध्य-शैलमालासे ढकी हुई है। प्राचीन मूर्छा राज्यका कुछ अंश इसके अन्तर्गत है। इसके पश्चिममें धसान नदी बहती है। | मौक (सं० पु० ) मुकका गोत्रापत्य । २ उक्त जिलेका एक नगर और वाणिज्यकेन्द्र। यह / मोका (अ० पु०)१ घटनास्थल, वह स्थान जहां कोई अक्षा० २५१४ ४०" उ० तथा देशा० ७०.१०४५ घटना संघटित हो । २ अवसर, समय । ३ देश, स्थान । पू०के मध्य अवग्थित है। रामीपुर नगर यहांसे २ कोस | मौकुलि (सं० पु०) काक, कौगा। पश्चिम पड़ता है । वहुतेरे इसे मौ-रानपुर कहा करते हैं। मौकूफ (अ० वि०) १ रोका हुआ, बंद किया हुआ। २ छत्रपुर-राजके अत्याचारसे तंग आ कर झांसीका ' रद किया गया, मनसूख किया गया। ३ काम करनेसे