पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष अष्टादश भाग.djvu/१३७

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मुसलमान खलीफा वंशके शासनका लोप हुआ। इसके बाद उमै| कोतिया विनने मुसलिम भवराल नहर, बुखारा, तुर्को- यदोंने खलीफा-सिंहासनको सुशोभित किया था। स्थान और खारिजम राज्यों पर अधिकार कर मुसल- .इस वंशके पहले खलीफा मोयातिया पुनटिस तीर- मान साम्राज्यको वृद्धि की थी। इन्हींके राजत्वकालमें वत्तों क्यूयग नगरीसे दमक नगरमें अपनी राजधानो | महम्मद विन् काशिम अल-तकेफिने सन् ७१२ ई०में सिंधु उठा ले गये। उनके राजत्वकालमें मुसलमान-सेनापति प्रदेश पर चढ़ाई की। इसके बाद उन्होंने गुजरातको उकवाविन नफिरके प्रयत्नसे सन् ६७५ ई में कैरवाननगर जोत कर चित्तौर पर आक्रमण करनेके लिये प्रस्थान की स्थापना हुई। इसके बाद उन्होंने उकवा टांजियार किया। किन्तु वे वहां वाप्पा रावको द्वारा पराजित हो कर अटलाण्टिक महासागरके किनारे तक मुसलिम | हुए। प्रभाव विस्तार किया। यहांसे समुद्रको पार कर स्पेन | ___ 'सन् ७१४ ई०में मुसलमान साम्राज्यका आयतन राज्यमें जाते समय उनको मृत्यु हुई। अतएव नेताके जिस तरह बढ़ा हुआ था, इतिहासमें उसका उल्लेख अभावमें मुसलमान शक्ति छिन्न भिन्न हो उठो और इस है। इसी समय मुसलिम वीर एशिया और यूरोप- सुदूर पश्चिम अफ्रिकाके भूभागमें मुसलमानों द्वारा खण्डकी समूची सभ्य जातियों पर अधिकार करने और छिन्न भिन्न राज्य फिरसे स्वतन्त्र बन गये। उनमें इस्लामधर्मका प्रचार करनेमें समर्थ हुए थे। उक्त दोनों महादेशोंके मध्यभागमें समुद्रसे खुश्की तक ': इसके बाद फिर ६८८ ई०में जिब्राल्टर प्रणाली तक ! विस्तृत भूखण्डोंमें मुसलमान जातिकी विजयपताका समग्र उत्तर-अफ्रिका अरव जातिके हाथ आ | फहराने लगी थी। पश्चिम अंटलाएिटक महासागर, गया । खलीफा प्रथम वालिदके .राजत्वकाल उत्तर परिनिज पर्वतमाला, दक्षिण सहारामरुभूमि तक (७०५७१५ ई० )में अरव-साम्राज्य सोमाने विस्तृतिको विस्तृत समग्र उत्तर-अफ्रिकाके राज्य (मिस्र और अविं. पराकाष्ठा लाभ को थो। ऐसे समय स्पेनके राजा रख.! सिनिया राज्य ) और पूर्वाञ्चलोंमें अर्थात् पशियाखण्डके रिक-क्यूटरने अपने शासनकर्ता जुलियानासको कन्याको समप्र सिसाइटिक प्रायद्वीप (अरव), पेलेस्टाइन; सिरिया, विशेपासे लांछित और अपमानित किया। इस पर अर्मेनियाके कुछ अंश, एशियामाइनर, मेसोपोटमिया, जुलियानास क्रुद्ध हो कर राजाके विरुद्ध उठ खड़ा | फारस, कावुल और सिन्धुनदके पूर्व ओरके प्रदेश हुआ। उसने उस समय अफ्रिकाके प्रतिनिधि मूसा मुसलमान साम्राज्यके अधिकारमें चले आये। इन सब विन नौशेरको स्पेनके राजा रडरिकके विरुद्ध अग्रसर देशों के अधिवासियोंमें इसलामधर्मका प्रचार हुआ था। होनेके लिये ललकारा। इसके अनुसार अरव-लेनापति इससे महम्मदी सम्प्रदायकी और भी पुष्टि हुई थी। इस तारीख-विन जियादने समुद्र पार कर स्पेन राज्यमें पदा समयसे मुसलिम सम्प्रदाय भारत पर अधिकार करने में पण किया। उन्हींके नामानुसार इस स्थानका जेरेल- यत्नवान् हुआ। यहां भी उन्होंने अपनी जातिको इसी तारोख' (तारीखपर्वत ) नाम पड़ा। पीछे इस शब्दका धर्ममें दीक्षित कर इस्लाम शक्तिको वृद्धि की थी । ११वीं • अपभ्रंश हो कर इस अन्तरीपका नाम जिब्राल्टर शताब्दीमें इस मुसलमान साम्राज्यमें और भी छोटे छोटे (Gibralter ) हो गया। कई राज्यों के मिल जानेसे इसका कलेवर बहुत विशाल ___ तारीख-विन जियाद स्पेन राज्यमें पहुंच कर सन् | हो गया था। बहुत दिनों तक मुसलमानोंने इस विशाल ७११ ई०को १६वीं जुलाईको जेरेल डीला फ्रेण्टके युद्धौ | साम्राज्यका शासन किया था। इसके इस राजत्व कालं. एडरिकको पराजित कर वहाँसे भगाया। इसके बाद में स्पेन राज्यके सिवा अन्य कोई भूभाग इस्लामधर्मकी कुछ ही समयमें उन्होंने आन्दालुसिया, प्रनेडा और / छायाके वाहर न जा सका। मर्सिया आदि स्थानों में महम्मदीय शक्तिका प्रभाव सुलेमानके राजत्वकाल (७१५-७१७ ई० )में एशिया- विस्तार किया था। इधर पूर्व ओर खुरासानके राजा | माइनर और कुस्तुनतुनिया तथा मरविन अवद अल-